भीमापार : ‘पुरानी पेंशन स्कीम के अलावा कुछ नहीं है मान्य’, हाथों में काली पट्टी बांध शिक्षकों ने किया विरोध



भीमापार। एनपीएस और यूपीएस के विरोध में अटेवा के राष्ट्रीय व प्रदेशीय आह्वान पर मंगलवार को क्षेत्र के कई स्कूलों व इंटर कॉलेजों में शिक्षकों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इस दौरान सादात के प्राथमिक विद्यालय कबीरपुर, कम्पोजिट विद्यालय जगदीशपुर, समता इंटर कालेज सादात, केदार नारायण कृषक इंटर कॉलेज उचौरी सहित सभी परिषदीय और इंटर कॉलेजों में पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते हुए एनपीएस और यूपीएस का विरोध किया गया। जहां कर्मचारी शिक्षकों ने बड़े स्तर पर अपने कार्यस्थल पर ही काली पट्टी बांधकर काम करते हुए एनपीएस और यूपीएस के प्रति अपना जबरदस्त विरोध दर्ज कराया। ब्लॉक मंत्री बुद्धू राम ने कहा कि जहां आज एक अप्रैल 2025 से केंद्र सरकार यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस लागू कर रही है। वहीं, 20 वर्ष पहले आज के ही दिन 1 अप्रैल 2005 को सरकार ने पुरानी पेंशन बंद करके एनपीएस स्कीम को चालू किया। कहा कि अब 20 वर्ष के बाद यदि सरकार को यूपीएस जैसी व्यवस्था लानी पड़ रही है, इसका मतलब है कि सरकार इस बात को स्वयं स्वीकार कर रही है कि एनपीएस की व्यवस्था सही नहीं थी। कहा कि कर्मचारियों के अनुभव एनपीएस और भविष्य में यूपीएस के लिए सही नहीं रहेंगे। उन्हें पुरानी पेंशन स्कीम के अलावा कुछ भी मान्य नहीं है। इस मोके पर सुनील यादव, सोनू खरवार, अखिलेश, रामऔजार यादव, अशोक कुमार, मयंक सिंह, प्रदीप सिंह आदि रहे।
