बाजारों में सजी तिलकुट, लाई आदि की दुकानें, मिल की खाद्य सामग्रियों को तरजीह दे रहे लोग





जखनियां। मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आते ही बाजारों में तिलकुट, गजक, लाई, चूरा, गुड़ आदि की दुकानें सज गई हैं। लेकिन मौसम खराब के साथ ही तेज गलन के चलते बाजारों में सन्नाटा पसरा है। किसानों के घर थान तैयार होने के बाद भी अन्य किसान हो या नौकरीपेशा लोग, हर कोई मकर संक्रांति के लिए दुकानों पर मौजूद मिल में बनी चीजें ही खरीदना चाह रहे हैं। इसका मुख्य कारण ये है कि किसानों द्वारा घरों में बनाए गए ये सामान मंहगे साबित हो रहे हैं। बाजारों में लाई, चूरा आदि मिल से तैयार होकर बाजारों में आ रहे हैं। ये काफी सस्ते और बढ़िया साबित हो रहे हैं। खरीदार राजेंद्र, अच्छे, गुलाब आदि ने बताया कि धान से चावल बनाना अब काफी मेहनत का काम है। इसकी तुलना में बाजारों में लाई 40, चूरा 40 व तिलवा 55 से 60 रूपया प्रति किलो तक आसानी से मिल जा रहा है। जबकि इन्हें घर पर तैयार करना महंगा साबित होता है। वहीं दुकानदार मन्नू ने बताया कि मौसम खराब होने से ग्राहक बाजार में नहीं आ रहे हैं। त्योहार नजदीक होने पर लोग खरीदारी करेंगे, इसलिए सामान पहले से मंगवा लिया है।



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