सरकार व जिला प्रशासन के आत्मा को जगाने के लिए ग्रामीणों ने ‘मंगल ग्रह’ पर किया रामायण का आयोजन
खानपुर। क्षेत्र के सिधौना से बिहारीगंज तक के चार किमी के जर्जर हो चुके ‘मंगल ग्रह’ की सड़क का हाल सुधारने के लिए ग्रामीणों ने अनोखे ढंग से प्रदर्शन करते हुए अपना विरोध जताया और जिला प्रशासन को आईना दिखाया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन की आंख खोलने के लिए सड़क पर ही रामायण पाठ का आयोजन कराया। मंगल ग्रह की सड़क इसलिए, क्योंकि उसके पूरी तरह से उबड़ खाबड़ व लाल रंग की सड़क होने के चलते लोगों में ये सड़क मंगल ग्रह के नाम से चर्चित हो गई है। सिधौना बाजार में बीच सड़क पर टेंट आदि लगाकर कीर्तन मंडली के साथ लोगों ने चार घंटे तक भजन कीर्तन व रामायण के सुंदरकांड का पाठ किया। बता दें कि गोमती पुल डायवर्जन सड़क वाराणसी-गोरखपुर हाईवे से जिउली देवगांव हाईवे से बिहारीगंज चौराहे पर आकर मिलती है। इस सड़क की दशा पिछले कई सालों से पूरी तरह से जर्जर है। सड़क की हालत ऐसी हो चुकी है कि एक तरह से ये सड़क मंगल ग्रह की धरती की तरह लगती है। क्योंकि इसके मरम्मत के नाम पर इस पर कई बार ईंट पत्थर गिराए गए हैं, जिसके चलते इसका रंग भी लाल हो गया है। सड़क पर अगर रोजाना सिर्फ एक माह तक लगातार चलना हो तो अच्छे भले स्वस्थ व्यक्ति को रीढ़ के हड्डी की बीमारी हो जाए। सड़क के मरम्मत के लिए काफी प्रयास किया गया लेकिन नहीं बन सकी। जिसके बाद बुधवार को बीच सड़क पर रामायण पाठ किया गया। हालांकि आवागमन के लिए आधी सड़क को छोड़ दिया गया था। जिपं सदस्य कमलेश यादव ने बताया कि पिछले छह सालों से यह सड़क किसी भी मौसम में चलने लायक नहीं है। सड़क पर बने बेशुमार गड्ढे बरसात में पानी से और गर्मी में धूल से भर जाते है। इस सड़क पर प्रतिदिन हजारों स्कूली बच्चों सहित राहगीर आते-जाते हैं। इस सड़क पर अब तक दर्जनों महिलाएं और बच्चे, बाइक व साइकिल से गिरकर घायल हो चुके है। इस सड़क की दशा खराब होने से आसपास के 40 गांवों के लोग प्रभावित होते हैं। इस सड़क की मरम्मत के लिए जिले के जिम्मेदार लोगों से लेकर प्रदेश सरकार तक मांग उठाई जा चुकी है। लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस मौके पर भाजपा नेता राजेन्द्र यादव, चंद्रपति यादव, देवव्रत चौबे, विन्देश्वरी सिंह, पवन यादव, अम्बिका पांडेय, चंद्रिका, शशि यादव, परशुराम यादव, अमरदेव आदि मौजूद रहे।