कोरोना काल में आयुर्वेद ने दिखाया अपना चमत्कार तो फैन बने पूर्व एमएलसी ने अस्पताल के लिए दान की अपनी जमीन
खानपुर। क्षेत्र के अठगांवा निवासी पूर्व एमएलसी डॉ कैलाश सिंह ने अपनी ग्रामसभा में आयुर्वेदिक अस्पताल बनाने के लिए निःशुल्क जमीन देने का निर्णय लेते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने पर जब सभी अस्पताल बंद चल रहे थे, उस समय पूर्व एमएलसी ने आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन से ही खुद को स्वस्थ और निरोग किया था। कहा कि वो तभी से आयुर्वेदिक चिकिसा पद्धति के प्रशंसक बन चुके हैं। इस बीच उन्हें पता चला कि आयुष विभाग द्वारा अठगांवा में बीते 40 सालों से किराए के मकान में चलाए जा रहे आयुर्वेदिक अस्पताल को आठ किमी दूर इटहां गांव के नए भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है। ये जानकारी मिलते ही वो विचलित हो गए। डॉ कैलाश सिंह ने शासन सहित आयुष विभाग को पत्र देकर अनुरोध किया कि अठगांवा के करीब में न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नायकडीह के पास ही नया आयुर्वेदिक अस्पताल बनाया जाए, जिसके लिए मैं बिना शर्त शासन को निःशुल्क जमीन उपलब्ध कराने के लिए तैयार हूं। शैक्षिक संस्थान श्री किरतू राय इंटर कॉलेज अठगांवा की प्रबंध समिति के दिनेश सिंह ने अपने स्वामित्व की जमीन सहर्ष आयुष विभाग को देने का पत्र उपजिलाधिकारी सैदपुर व आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी गाजीपुर को दिया है। पूर्व एमएलसी कैलाश सिंह के इस प्रस्ताव पर आयुष राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्रा ने कहा कि कैलाश सिंह का सार्थक और अनुकरणीय प्रस्ताव है। प्रबुद्ध वर्ग को इसी तरह सामाजिक कार्यों एवं जनहित की योजनाओं में बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए। आयुर्वेद सहित आयुष के अंतर्गत सभी चिकिसा पद्धतियों ने अपनी चिकित्सीय विशिष्टता से देश विदेश में हर किसी को आकर्षित किया है। लोगों का रुझान और सकारात्मक सहयोग आयुर्वेद विधा की ओर बढ़ा है।