सरकार व प्रशासन का सबसे बड़ा फेल्युअर, अब तक पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे 388 बच्चे, शर्मिंदगी के चलते कईयों ने छोड़ दिया आना





सैदपुर। नगर स्थित कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रथम के बच्चों के लिए भवन की आज तक कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। जिसके चलते आज भी स्कूल के कक्षा 1 से 8वीं तक के कुल 388 बच्चों को कहीं पेड़ के नीचे तो कहीं खुले में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। वहीं शिक्षक भी इसी तरह से पेड़ के नीचे उन्हें पढ़ाने को विवश हैं। इस विद्यालय का भवन पूरब बाजार स्थित गली में है। विद्यालय में कुल 388 बच्चे पंजीकृत हैं। चूंकि ये कंपोजिट हो चुका है तो इसमें 1 से 8वीं तक के बच्चे पढ़ते थे। लेकिन विद्यालय का भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया और कभी भी गिरकर गंभीर घटना के अंजाम दे सकता था तो विभाग के अधिकारियों ने बच्चों को वहां से शिफ्ट करने का आदेश दे दिया। अब शिफ्ट करने का आदेश तो मिल गया लेकिन शिफ्ट कहां किया जाए, इसमें उनके लिए किसी छत की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई। शिक्षक बीआरसी के पीछे स्कूल में जब पहुंचे तो वहां पहले से स्कूल के बच्चे मौजूद थे और नए बच्चों के लिए कोई जगह नहीं थी। जिसके बाद से ही बच्चे विवश होकर पेड़ के नीचे पढ़ाई करते हैं। जबकि वहीं पर मौजूद दूसरे स्कूल के बच्चे कक्षाओं में पढ़ते हैं। ऐसे में पेड़ के नीचे पढ़ रहे कई बच्चों को काफी शर्मिंदगी भी होती है। इसी शर्मिंदगी के चलते कई बच्चों को तो उनके अभिभावकों ने स्कूल भेजना भी बंद कर दिया है। इधर सोमवार को एडी बेसिक अवध किशोर सिंह जब बीआरसी पहुंचे तो उनके सामने ये मुद्दा उठाया गया। जिसके बाद उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी से पूछा तो उन्होंने कहा कि जूनियर के बच्चों को बूढ़ेनाथ महादेव गंगा घाट स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में शिफ्ट किया जाएगा, वहीं शेष प्राथमिक के बच्चे यहीं पर पढ़ेंगे। इससे जगह की समस्या खत्म हो जाएगी। बता दें कि यहां पर 388 बच्चों पर 12 शिक्षक समेत दो शिक्षामित्र व दो अनुदेशक हैं।



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