जर्जर हुआ स्कूल का भवन, खुले आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे नौनिहाल





खानपुर। क्षेत्र के सिधौना स्थित परिषदीय विद्यालय के भवन के अधिकांश हिस्से जर्जर हो चुके हैं। विद्यालय के अध्यापक और बच्चे विद्यालय भवन को छोड़कर पास के शिवालय में पठन पाठन को विवश हैं। 50 सालों पूर्व बरामदे के साथ चार कमरों का बना सिधौना का ये प्राथमिक विद्यालय भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इस कारण यहां अध्यनरत बच्चों को मंदिर के अहाते में या खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करनी पड़ रही है। इसकी शिकायत खंड से लेकर जिला तक विभागीय अधिकारियों से कई बार की गई है। वर्तमान में तो स्थिति ये हो गई है कि विद्यालय भवन की छत पूरी तरह जर्जर हो गयी है और बरसात के समय दीवारों और छत से पानी रिसता है। जिससे कुछ ही देर में पूरा कमरा पानी से भर जाता है। इस दौरान अनहोनी के डर से विद्यार्थियों को विद्यालय परिसर के बाहर जमीन पर बिठाकर पढ़ाया जा रहा है। इस विद्यालय के बच्चों के साथ दो आंगनबाड़ी केंद्र के नौनिहाल भी इसी भवन में पढ़ाई करते हैं। प्रधानाध्यापक कृष्णा देवी ने बताया कि विद्यालय में 150 विद्यार्थी हैं, जिनमें से अधिकांश छात्र-छात्राएं प्रतिदिन उपस्थित रहते हैं। विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि नये विद्यालय भवन का जल्द से जल्द निर्माण हो ताकि विद्यार्थियों को पठन पाठन में कोई परेशानी ना हो। इस बाबत एआरपी अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि ब्लॉक में कुल 31 विद्यालयों को पीडब्ल्यूडी द्वारा निष्प्रयोज्य घोषित किया जा चुका है। जिनमें 17 विद्यालयों की नीलामी प्रक्रिया हो चुकी है। सिधौना सहित बाकी के परिषदीय विद्यालयों को जल्द ही नीलाम कर गिराने का कार्य किया जाएगा।



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