संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति को भेजा मांगपत्र, अग्निपथ स्कीम को बताया घातक





सीतापुर। संयुक्त किसान मोर्चा ने अग्निपथ स्कीम को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक डीएम को सौंपा। मोर्चा के संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर यह योजना वर्तमान स्वरूप में लागू की जाती है तो आने वाले समय में सैन्य बलों की संख्या में कमी होती रहेगी। इस भर्ती योजना से नौजवानों में व्याप्त हताशा भविष्य में हमारे सैन्यकर्मियों की कमजोरी का कारण बन सकती है। किसान मंच के प्रदेश प्रभारी शिवप्रकाश सिंह ने कहा कि इस तरह के अध्यादेश पारित करने वाले सदन में बैठे जिम्मेदारों को सबसे पहले अपने गिरेबान में झांककर अपने सभी कार्यकालों की अलग-अलग मिल रही पेंशन योजना को लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा और विधान परिषद में निरस्त कर देशहित में निर्णय लेना चाहिए। संगतिन मजदूर सभा की ऋचा सिंह ने कहा कि सेना के भूतपूर्व जनरल, अफसर और परमवीर जैसे शौर्य पदक प्राप्त सैनिकों और सैन्य विशेषज्ञों ने इस योजना के दुष्परिणाम के बारे में आगाह करते हुए योजना में उंगली उठाई है। ये तक कहा है कि सरकार ये बदलाव ऐसे समय में ला रही है, जब पड़ोसी देशों से खतरा महसूस हो रहा है। सिख संगठन के गुरुपाल सिंह ने कहा कि सेना में संख्या को घटाना, सेवाकाल घटाकर चार वर्ष करना, पेंशन समाप्त करना उन सभी युवाओं और उनके परिवारों के साथ घोर अन्याय है, जिन्होंने फौज को देश सेवा के साथ अपने कैरियर के रूप में देखा है। इस मौके पर अंबुज श्रीवास्तव, डॉ इस्लामुद्दीन अंसारी, पंकज मिश्रा, प्रमोद कुमार वर्मा, योगेश कुमार, लक्ष्मी नारायण, इरफान, अभिषेक कुमार, दिनेश कुमार, अंतर सिंह, हरिशंकर वर्मा, सकटू आदि रहे।



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