गांवों तक पहुंचेगा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश, डीएम ने दिया निर्देश
गोरखपुर। मानसिक बीमारियों की पहचान, इनकी रोकथाम, इलाज के लिए उपलब्ध निःशुल्क सुविधाओं की जानकारी और इनके प्रति जनजागरूकता का संदेश गांव-गांव तक पहुंचाने की तैयारी है । इस संबंध में प्राप्त शासनादेश के अनुसार इस विषय को ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति (वीएचएसएनसी) का हिस्सा बनाया जाएगा । जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने जिला पंचायती राज अधिकारी को पत्र भेजकर आवश्यक कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिये हैं। पत्र के जरिये उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित संदेश भी भेजा है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी वएसीएमओ डॉ एएन प्रसाद ने बताया कि पत्र के मुताबिक ग्राम प्रधान, ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों को जागरूकता अभियान में सम्मिलित करने को कहा गया है। जिलाधिकारी के स्तर से प्रेषित संदेश को ग्राम सभा व ग्राम पंचायत की बैठकों में पढ़ कर सुनाने को कहा गया है। इसके साथ ही इसे उचित स्थान पर चस्पा करने को भी कहा गया है। वीएचएसएनसी की बैठकों में भी इस विषय पर आवश्यक तौर पर चर्चा करने को कहा गया है ताकि लोग मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में जागरूक हो सकें। लोगों को मानसिक रोगों, ओपीडी कक्ष, मन कक्ष और काउंसिलिंग सेंटर एवं हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी विस्तार से जानकारी देने के लिए कहा गया है। कार्यक्रम के नैदानिक मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता रमेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि चिकित्सा अधिकारी डॉ अमित शाही की अगुआई में जिला अस्पताल के ओपीडी कक्ष संख्या 49 में सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक सभी मानसिक रोगियों का इलाज होता है। इसी समयावधि में कक्ष संख्या 50 यानि मनकक्ष में मनोरोगियों को परामर्श भी दिया जाता है। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 9336929266 पर भी मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इनके अलावा आठ सीएचसी पर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम भ्रमण कर सेवा देती है जबकि चार सीएचसी पर प्रत्येक बृहस्पतिवार को मन चेतना दिवस मनाया जाता है। मनचेतना दिवस का आयोजन पिपराईच, ब्रह्मपुर, सरदारनगर (चौरीचौरा) और बांसगांव सीएचसी पर होता है।