आशा कार्यकत्रियों को सरकार ने कहा - ‘आयुष्मान’ भवः, मिल गई बड़ी सहूलियत
गोरखपुर। जिले की 4041 आशा कार्यकर्ताओं को परिवार सहित आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान करने की तैयारी है। इस योजना से 125 आशा संगिनी भी परिवार सहित लाभान्वित होंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) रिपुंजय पांडेय के स्तर से संपूर्ण विवरण के साथ सूची तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। सीएमओ ने बताया कि मिशन निदेशक ने इस संबंध में पत्र भेज कर दिशा निर्देशित किया है। पत्र के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जनआरोग्य अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता, संगिनी व उनके परिवार को पांच लाख रुपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है । इस संबंध में निर्धारित प्रारूप पर डेटा मांगा गया है। प्रदेश स्तर पर डेटा संकलन के बाद लाभार्थी परिवारों को मुख्य मंत्री जन आरोग्य अभियान से जोड़ने के संबंध में निर्धारित प्रक्रिया के बाद शासनादेश जारी किया जाएगा । डीसीपीएम ने बताया कि योजना की स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज द्वारा भेजे गये प्रारूप पर ब्लॉक कम्युनिटी प्रासेस मैनेजर (बीसीपीएम) के जरिये डेटा संकलित करवाया जाएगा । जनपद स्तर पर उनके द्वारा डेटा को इकट्ठा कर राज्य स्तर पर भेजा जाएगा। सीएमओ डॉ दूबे ने बताया कि योजना से जुड़ जाने के बाद पात्र लाभार्थी को किसी भी बीमारी का इलाज भर्ती होकर करवाने पर संबद्ध अस्पतालों में पांच लाख रुपये प्रति लाभार्थी परिवार का निःशुल्क इलाज मिल सकेगा । योजना के तहत जिले में पहले से ही करीब 4.48 लाख लाभार्थी आच्छादित हैं। इन लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड के जरिये संबद्ध निजी और सरकारी अस्पताल में भर्ती होकर पांच लाख तक का इलाज करवाने की सुविधा उपलब्ध है। इस योजना के तहत मातृ स्वास्थ्य और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टेंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियों का निःशुल्क इलाज प्रमुख तौर पर शामिल है।