वसूली के डर से ताबड़तोड़ राशन कार्ड सरेंडर कर रहे अपात्र कार्डधारक, पात्रों का चयन शुरू


खानपुर। ग्रामीण इलाकों में सरकारी राशन दुकान से मुफ्त का राशन उठा रहे अपात्र लोगों की छंटनी का कार्य अंतिम चरण में है। शासन द्वारा अपात्र लोगों के राशन कार्ड जमा न किये जाने पर दंडात्मक कार्यवाही और वसूली की सूचना मिलते ही सभी अपात्र स्वेच्छा से अपना राशनकार्ड जमा करा रहे हैं। सैदपुर ब्लाक के ग्रामीण इलाकों से अब तक 185 लोग और नगर से छह लोगों ने अपने राशनकार्ड जमा करा दिए हैं। अपात्रों द्वारा अपने राशन अधिकार छोड़ने पर बड़ी संख्या में जरूरतमंद पात्र लोगों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जिसमें रिक्शा चालक, कुष्ठ रोगी, कैंसर रोगी, एड्स पीड़ित, घरेलू कामकाजी, मोची, फेरी लगाने वाले, माता-पिता विहीन बच्चे, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले, परित्यक्त महिलाएं, मुखिया विहीन परिवार, निराश्रित, स्वच्छकार, दैनिक वेतनभोगी, मजदूर, पल्लेदार और आवास विहीन, मानसिक रोग से पीड़ित, दिव्यांग लोगों के राशनकार्ड बनाने की शुरुआत कर दी गई है। आपूर्ति निरीक्षक परवेज असलम ने बताया कि किसी भी गांव में आबादी के अनुसार 79.56 प्रतिशत लोगों का ही राशनकार्ड बनाया जा सकता है। सभी अपात्र लोगों के निकल जाने से राशनकार्ड की सूची में सभी जरूरतमंद लोग समाहित हो जाएंगे।