पहले पत्नी व मासूम बच्चों को खिलाया मांस, फिर दे दिया जहर, मौत के बाद खुद भी लगा ली फांसी, एक साथ 4 मौत से जिले में हड़कंप





सादात। नगर स्थित वार्ड 2 में रविवार की रात एक युवक ने खतरनाक कदम उठाया और अपनी पत्नी समेत दो मासूम बच्चों की पहले हत्या की और फिर खुद भी फांसी का फंदा बनाकर लटक गया। पूरा घटनाक्रम इस कदर शांतिपूर्ण ढंग से हुआ कि बगल के कमरे में सो रहे उसके भाईयों को भनक तक नहीं लगी। अगली सुबह जैसे ही मामला लोगों को पता चला, पूरे जिले में हड़कंप मच गया। मौके पर तत्काल पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह आदि पहुंचे और मुआयना करने के साथ ही परिजनों से पूछताछ की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया। इस मामले में आत्महत्या के अलावा हत्या का भी एंगल आमजन व मृतका के मायके पक्ष के लोगों द्वारा जताया जा रहा है। वार्ड 2 निवासी शिवदास सोनकर डब्लू 35 पुत्र मोहन सोनकर पहले दुकान करता था। दुकान बंद करने के बाद वो कुछ दिनों से रेलवे स्टेशन के पास ठेला लगाता था। इसके साथ ही वो रेलवे की तैयारी भी करता था। 4 भाईयों में वो तीसरे नंबर पर था। दो बहने ऊषा व निशा भी हैं। बड़ा भाई सुभाष पहले बिजली का काम करता था लेकिन अब वो कुछ नहीं करता था। कभी कभार कोई काम मिलता था तो कर लेता था। उससे छोटा भाई संजय होमगार्ड है और बहरियाबाद थाने में है। वहीं सबसे छोटा भाई सर्वेश यूपी पुलिस में कांस्टेबल है और सिद्धार्थनगर में डीसीआरबी में तैनात है। मां की मौत करीब 20 साल पूर्व व पिता की मौत कुछ सालों पूर्व हो चुकी है। मृतक डब्लू की शादी 8 साल पूर्व देवकली के पहाड़पुर निवासी सोआलाल की बेटी रीना सोनकर से हुई थी। जिसके बाद उसे पुत्र आरव 6 और बेटी श्रेजल 4 हुई। बड़े भाई व आस पास के लोगों ने बताया कि वो अपनी पत्नी व बेटी श्रेजल को नहीं मानता था लेकिन बेटे आरव को बहुत दुलारता था। आए दिन उसका पत्नी से झगड़ा होता था। कुछ लोगों ने दबी जुबान से बताया कि वो मोबाइल पर बात करने को लेकर अपनी पत्नी के चरित्र पर भी शक करता था। जिसके चलते उसका पत्नी से झगड़ा हुआ था और कई महीने से रीना बच्चों को लेकर अपने मायके में थी। कुछ दिनों पूर्व उनके बीच पंचायत हुई तो झगड़ा खत्म हुआ और वो उन्हें लेकर घर आया था। इस बीच रविवार की रात में वो मांस लेकर आया और घर में बनाया। संभवतः उसी में उसने कुछ मिलाकर पत्नी सहित आरव व श्रेजल को खिला दिया। जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद रात में किसी समय उसने कमरे में पंखे के लिए बनाए गए कुंडी में नायलॉन की रस्सी से फंदा बनाया और झूल गया। अगली सुबह जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो सुभाष ने अपनी बेटी से कहा कि क्या बात है। जिसके बाद उसने नीचे से देखा तो चाचा को लटका देखकर चीख उठी। इसके बाद जुटे पड़ोसियों की मदद से दरवाजे को तोड़ा गया तो सभी मरे पड़े थे और डब्लू फंदे से लटका था। ये देख हर किसी की चीख निकल गई। सूचना के बाद तत्काल सैदपुर सीओ बलराम मौके पर पहुंचे। उनके बाद एसपी रामबदन सिंह मौके पर पहुंचे और मुआयना करके शवों को पोस्टमार्टम को भिजवाया। इसके बाद परिजनों से पूछताछ की। मृतक के बड़े भाई सुभाष ने बताया कि वो घर में किसी से मतलब नहीं रखता था, इसलिए कोई उससे नहीं बोलता था। उसके बच्चों को भी कुछ खाने को देना होता था तो उससे चोरी देता था। बताया कि वो पढ़ाई में काफी तेज था और छोटे भाई की तरह कुछ बनना चाहता था। ऐसे में वो रेलवे की तैयारी करता था, कमरे से तैयारी की किताब भी मिली। बताया कि वो बीटीसी करना चाहता था लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वो नहीं कर सका। कहा कि वो काफी गुस्सैल स्वभाव का था। इधर घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। रीना के मायके पक्ष से भी सभी पहुंच गए। उसका कांस्टेबल व होमगार्ड भाई भी पहुंच गया। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। बाद में जखनियां एसडीएम भी मौके पर पहुंचे और सुभाष से पूछताछ की। घटना के बाद पूरे क्षेत्र के लोग वहां जुट गए थे और पत्नी व 2 बच्चों को मारकर आत्महत्या करने वाले शिवदास उर्फ डब्लू सोनकर को कोस रहे थे। वहीं लोगों का कहना था कि मृतक के मन मस्तिष्क पर कहीं न कहीं प्रयागराज की घटना का असर था। उसने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर खुद मौत को गले लगा लिया। फांसी लगाने के पूर्व उसने खिड़की पर कम्बल डाल दिया था, ताकि बाहर से कुछ न दिखे।



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