108 एंबुलेंस में ईएमटी व पायलट ने फिर कराया सुरक्षित प्रसव, स्वस्थ हैं मां और शिशु
ग़ाज़ीपुर। स्वास्थ विभाग के द्वारा आम जन के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराई गई 102 और 108 एंबुलेंस लगातार लोगों के जीवन के लिए हितकारी साबित हो रहा है। एंबुलेंस के माध्यम से जहां लोगों की जान बचाई जा रही है, वहीं अब एंबुलेंस में कार्यरत ईएमटी और पायलट के सूझबूझ से गर्भवती का दर्द बढ़ जाने पर रास्ते में ही उसका प्रसव कराकर पास के स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला शनिवार को 108 एंबुलेंस में हुआ जिसमें ईएमटी की तत्परता से सकुशल प्रसव कराकर पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जच्चा और बच्चा को एडमिट कराया गया। 108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी मो. फरीद ने बताया कि जिले में आमजन के लिए निशुल्क रूप से 102 और 108 एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई है। शनिवार को दोपहर लगभग 2ः30 बजे मनिहारी ब्लॉक के बरईपारा गांव से फोन आया जिसके पश्चात 102 एंबुलेंस तत्काल मौके पर उपलब्ध नहीं होने के चलते 108 एंबुलेंस मौके पर भेजा गया। तत्पश्चात पायलट के द्वारा गर्भवती को मनिहारी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया जा रहा था। लेकिन रास्ते में ही गर्भवती का दर्द बढ़ जाने के कारण ईएमटी वकील चंद और पायलट राधेश्याम के सहयोग से एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराया गया। उन्होंने बताया कि गर्भवती को प्रसव के पश्चात एंबुलेंस के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी पर एडमिट कराया गया। जहां पर जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं। गर्भवती के प्रसव पीड़ा बढ़ने पर एंबुलेंस के अंदर प्रसव कराने के पश्चात स्वास्थ्य केंद्र में दोनों को सुरक्षित एडमिट कराने पर परिवार के लोगों ने भी खुशी जताई। मौजूदा समय में जनपद में 108 एंबुलेंस की संख्या 37 और 102 एंबुलेंस की संख्या 42 है। 108 एंबुलेंस आपातकालीन सेवा और 102 एंबुलेंस बच्चों व महिलाओं के लिए आरक्षित है। जनपद में पिछले एक माह में 108 एंबुलेंस के द्वारा 3800 और 102 एंबुलेंस के द्वारा 8800 मरीजों को सेवा दी जा चुकी है।