तो क्या सैदपुर में सपा हो रही गुटबाजी का शिकार? जिलाध्यक्ष ने आमने सामने दो कार्यालयों का फीता काटकर गुटबाजी के संदेशों को दी हवा
सैदपुर। पूर्व में भी विवादों में घिर चुके जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने सोमवार को एक बार फिर से एक ऐसा विवादित काम किया, जिससे सपा के मतदाताओं में एक अच्छा संदेश तो नहीं जाने वाला है। सोमवार को उन्होंने सैदपुर विधानसभा में एक ही दिन में सपा के दो कार्यालयों का उद्घाटन करके विवादों व गुटबाजी के संदेशों को हवा दे दिया। हैरानी की बात ये है कि दोनों कार्यालय एक ही मुहल्ले में आमने सामने ही हैं। जिसके बाद से ही जिलाध्यक्ष का ये कदम लोगों को हैरान कर रहा है। वहीं दूसरे दल के लोगों को इस बात का मसाला मिल गया है कि सपा सैदपुर में अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं है और सैदपुर में पार्टी गुटबाजी का शिकार है। हालांकि इस बात से विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव ने इंकार करते हुए सब कुछ ठीक होने की बात कही है। मामला ये है कि वर्ल्डग्रीन अस्पताल के सामने सपा के विधानसभा केंद्रीय कार्यालय का उद्घाटन करने जिलाध्यक्ष पहुंचे। यहां पर टिकटों की दावेदारी कर रहे शिशिर सोनकर, शशि सोनकर, भोनूराम सोनकर, प्रियंका सोनकर आदि कई लोगों की मौजूदगी में यहां फीता काटने के बाद उसके सामने ही टिकट की दावेदारी कर रहे दिनेश सोनकर द्वारा खोले गए कार्यालय का शुभारंभ करने पहुंच गए और वहां पर भी फीता काटकर शुभारंभ कर दिया। एक ही विधानसभा क्षेत्र में व एक ही मुहल्ले में आमने सामने सपा के कार्यालय के खुलने के बाद जैसे विरोधियों को मौका मिल गया। उन्होंने सपा को आपसी गुटबाजी का शिकार बताते हुए पहले उससे निबट लेने व बाद में चुनाव पर ध्यान देने के ताने भी मारे। वहीं इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव ने कहा कि गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है। दोनों कार्यालय एक ही हैं, दोनों स्थानों पर लोग बैठते हैं लेकिन मुख्य कार्यालय वर्ल्डग्रीन के सामने खुला कार्यालय ही है। बहरहाल, आने वाले समय में तस्वीर स्पष्ट होगी कि विधानसभा अध्यक्ष की बात किस हद तक पुष्ट है, क्योंकि संभव है कि जनवरी के दूसरे या अंतिम सप्ताह में सपा अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दे।