ठेकेदार के भ्रष्टाचार ने ले ली मासूम की जान, स्कूल के शौचालय का गिरा छज्जा, मौके पर पहुंचे डीएम व एसपी
बहरियाबाद। थाना क्षेत्र के सलेमपुर बघाईं गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के शौचालय के दरवाजे पर लगा छज्जा मंगलवार की दोपहर मध्याह्न भोजन के बाद गिर जाने के चलते वहां खेल रहे पांच वर्षीय मासूम की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया। मौके पर शाम को जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह समेत पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह पहुंचे और मौका मुआयना करके घटना की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शौचालय का निर्माण कार्य कराने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने, शौचालय के दक्षिण दिशा में बने कक्षा दो के कक्ष के सामने बरामदे के लटके छत को ध्वस्त कर पुनः निर्माण कराने, शौचालय के ऊपर पेड़ की लटकी डाली को छांटने व चहारदीवारी के पास साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। इसके पूर्व किसी अप्रिय घटना या बवाल को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस ने समझदारी दिखाते हुए बच्चे के शव को उसके परिजनों के साथ सैदपुर सीएचसी भिजवा दिया था। जहां शाम करीब 6 बजे डीएम व एसपी पुनः पहुंचे और मृतक की मां को ढाढस बंधाकर मुआवजे का भरोसा दिया और शव को पीएम को भेजा। हुआ ये कि रोज की तरह सलेमपुर बघाईं निवासी वीरेन्द्र यादव की पुत्री अनीता यादव व पुत्र अजय यादव घर से उसी स्कूल के लिए निकले। वो कक्षा 4 के छात्र थे। उनके निकलते ही उनके पीछे उनका छोटा भाई आदित्य यादव 5 पुत्र वीरेंद्र भी चल दिया। भाई के साथ आने से अंजान वो सभी मध्याह्न भोजन के बाद बाहर मैदान में फुटबाल खेलने लगे। इसी बीच आदित्य यादव स्कूल की बाउंड्री वाल के किनारे गिट्टी भरे बोरियों पर चढ़कर चहारदीवारी पर आ गया और चहारदीवारी से सटे शौचालय के दरवाजे के छज्जे पर चढ़कर लटके पेड़ के डाल को पकड़कर झूलने लगा। इसी बीच ठेकेदार के भ्रष्टाचार का शिकार शौचालय का छज्जा भरभराकर गिर पड़ा, जिसमें आदित्य के सिर पर चोटें लगने से वो गम्भीर रूप से घायल होकर अचेत हो गया। इधर घटना के बाद पूरे विद्यालय में हड़कंप मच गया। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और बच्चे को लेकर उपचार के लिए सादात पीएचसी गए, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इसके बाद परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए सैदपुर स्थित जौहरगंज घाट पर ले जा रहे थे कि इसी बीच पुलिस ने शव को रोक अपने कब्जे में ले लिया और एसपी को सूचित किया। सूचना मिलते ही एसपी व डीएम तत्काल मौके के लिए रवाना हो गए। घटना स्थल पर आकर डीएम ने पूरी स्थिति देखी। लेकिन इसके पूर्व ही परिजनों को शव के साथ सैदपुर सीएचसी भेज दिया गया था। इसके बाद डीएम ने धराशायी शौचालय व विद्यालय की फोटो भी मोबाइल में खींची। पता चला कि शौचालय के छज्जे का निर्माण 2005 में विद्यालय के निर्माण के समय ही हुआ था। शौचालय के बाहर प्रवेश के लिए बने दरवाजे के ऊपर लगे छज्जे का बारीकी से जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया तो पता चला कि छज्जे में सरिया लगाकर दीवार से अटैच नहीं होने पर नाराजगी जताई। हालांकि मौके पर सरिया के टुकड़े गिरे हुए थे। इस बाबत थानाध्यक्ष अगम दास ने बताया कि अधिकारी द्वय के निरीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर आदित्य को सादात पीएचसी ले जाए जाने के बाद शाम तक दादी सुखिया देवी, बडे़ भाई अजय व बड़ी बहन अनीता अपने छोटे भाई आदित्य की मौत से अंजान थे। मुहल्ला पड़ोस के लोग उन्हें बार-बार यही सांत्वना दे रहे थे कि आदित्य ठीक है और उसका इलाज सादात में चल रहा है। वहीं मृतक की मां कीरता देवी आदित्य के साथ थीं, जो शव से लिपटकर दहाड़े मारकर रो रही थी। पिता वीरेन्द्र यादव दो दिन पूर्व बीते रविवार को काम-काज के सिलसिले में गुजरात के लिए रवाना हुए थे और आज पहुंच जाने की सूचना भी परिजनों को दी थी। वो वहां की प्राइवेट कंपनी में वाचमैन का काम करते हैं। बड़ा भाई अंकित यादव पहले से ही राजकोट रह रहा था। जो वहां किसी कम्पनी में काम करता है। इधर स्कूल के शौचालय का बारजा गिरने से स्पष्ट हो गया है कि विद्यालय के निर्माण कार्य की गुणवत्ता दोयम दर्जे की है। लोगों का कहना है कि नौनिहाल मौत के साए में पढ़ने को विवश हैं और बेसिक शिक्षा विभाग बेफिक्र है। अधिकारियों की मिली भगत से विद्यालय भवन निर्माण में की जाने वाली लूट खसोट किसी के जान पर भी भारी पड़ सकती है। दूसरी तरफ प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर बघाई के हेडमास्टर, शिक्षक और शिक्षामित्र की उपस्थिति को लेकर भी ग्रामीणों ने सवालिया निशान लगाया है। वर्तमान में यहां 120 बच्चे पंजीकृत हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम ने सख्त लहजे में बीएसए हेमंत राव को जांचकर कार्रवाई का निर्देश दिया।