शुरू हो रहा दस्तक अभियान, आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर दस्तक देकर खोजेंगी मरीज
गाजीपुर। आगामी 18 अक्टूबर से 17 नवम्बर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान गाजीपुर समेत प्रदेश के समस्त जनपदों में चलाया जायेगा। इसकी तैयारियों तथा विभिन्न विभागों के उत्तरदायित्व निर्धारण के लिए डीएम की अध्यक्षता ें 4 अक्टूबर तथा 12 अक्टूबर को सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक संपन्न हो चुकी है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाते हुए महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सिंचाई विभाग, दिव्यांगजन, सशक्तिकरण विभाग, उद्यान विभाग तथा सूचना विभाग को जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न उपाय बताने के लिए उत्तरदायी बनाया गया है। मुख्यचिकित्सा अधिकारी हरगोविंद सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की आशाओं तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा 18 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक प्रत्येक घरों पर दस्तक देते हुए सर्दी एवं खाँसी-जुकाम के मरीज, जो कोविड-19 के सम्भावित मरीज हो सकते है, की भी खोज की जायेगी। इसी प्रकार बुखार के ऐसे मरीजों की भी खोज की जायेगी जो 15 दिनों से अधिक दिनो से बीमार हो। खाँसी तथा बलगम के साथ बुखार वाले मरीजो की सूची तैयार कर उनकी टीबी की जाँच कराई जायेगी। 15 दिनों से अधिक समय से बुखार वाले मरीजों की कालाजार की जांच भी कराई जायेगी। जांचोपरांत उपरोक्त बीमारियों के मरीज पाये जाने पर उनका निःशुल्क उपचार कराया जायेगा। जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि यह अभियान वर्ष में माह मार्च, जुलाई तथा अक्टूबर में संचालित होता है। बीते जुलाई 2021 में सम्पन्न हुए अभियान में कोविड-19 के सम्भावित लक्षणों वाले 823 मरीज खोजे गये थे, जिनकी जांच कराये जाने पर तीन मरीज कोविड-19 पॉजिटिव पाये गये। इसी प्रकार खाँसी-बलगम के साथ बुखार वाले 138 मरीजों की खोज कर जांच कराये जाने पर 36 टीबी पॉजिटिव पाये गये, जिनका उपचार जारी है। कालाजार के 85 संदिग्ध मरीजों की जाँच में कोई भी व्यक्ति कालाजार पॉजिटिव नही पाया गया। बुखार के अन्य 87 मरीजों की मलेरिया की जाँच में कोई भी व्यक्ति मलेरिया पॉजिटिव नही पाया गया। इस प्रकार से अभियान में संकामक बीमारियों की ग्रसितो की खोज कर उनका उपचार किया जाना लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त इन कार्यकत्रियों के द्वारा जनमानस को शुद्ध पेय जल सेवन, शौचालयों के प्रयोग, साफ-सफाई के तरीको तथा मच्छरो से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीको के बारे में भी जागरूक किया जायेगा। वहीं जिला अस्पताल ने मेडिसिन और मेडिकल वार्ड के नोडल डॉ स्वतंत्र कुमार ने बताया कि मौजूदा समय में जिला अस्पताल में बुखार का इलाज कराने आने वाले मरीजों में प्रत्येक 10 मरीज पर एक डेंगू का मरीज मिल रहा है। जिनकी पुष्टि हो जाने पर उनका इलाज कर उन्हें स्वस्थ भी किया जा रहा है। इसके अलावा इन दिनों डायरिया के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। उनके इन दोनों वार्ड में करीब 20 डायरिया के मरीज हैं जिन का इलाज किया जा रहा है।