आखिर किस काम है जिला प्रशासन, जब जनता को ही करानी पड़े सड़कों की मरम्मत, जर्जर सड़क के चलते नदी में गिरने से बची थी बच्चों से भरी बस
जखनियां। शासन प्रशासन द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने के आश्वासन के बावजूद सड़कों की बदहाल हालत के चलते प्रायः दुर्घटना होती रहती है। ऐसे में क्षेत्र के सिद्धपीठ हथियाराम मठ के समीप बेसो नदी पर बने पुल का अप्रोच मार्ग पिछले 1 साल से बह गया है। जिसकी संबंधित विभाग को शिकायत करने के बावजूद मरम्मत नहीं हो सकी। सिद्धपीठ पर निरंतर चल रहे धार्मिक अनुष्ठान शिवरात्रि, चातुर्मास महायज्ञ व नवरात्रि इत्यादि के तहत लोगों की भारी भीड़ लगी रहती है। लेकिन पुल का अप्रोच मार्ग खराब होने से प्रायः दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। गत दिनों स्कूली बच्चों से भरी एक वाहन दुर्घटना ग्रस्त होते होते बची बच्चों से भरी मिनी बस नदी में गिरने से बाल-बाल बच गई थी। जिसके बाद मठ के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति महाराज ने स्वयं अपने संसाधनों से गड्ढे का स्वरूप अख्तियार कर चुके पुल के अप्रोच मार्ग की मरम्मत कराई। मठ सेवक लौटू प्रजापति ने बताया कि खराब सड़क के बाबत लगातार अधिकारियों को जानकारी दी गई थी। इसके अलावा बुढ़ानपुर-हथियाराम मार्ग पर बेसो नदी में बने पुल के अप्रोच पर गड्ढा मरम्मत के लिए कई बार मीडिया के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराया गया। शासन से संपर्क में रहने वाले कुछ संभ्रांत व्यक्तियों से इस संबंध में पूर्ण जानकारी देने के बाद यह आश्वासन मिला कि मैं बात करके ठीक करवा दूंगा। फिर भी शासन-प्रशासन की कानों में जूं तक नहीं रेंगा। उसके बाद लगातार बारिश के वजह से बेसो नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई वह गड्ढा पोखरे में तब्दील हो गया। इसी रास्ते से जखनियां से सिद्धपीठ होते हुए लोग बनारस का रास्ता तय करते हैं। इसी रास्ते से स्कूल मिनी बस के बच्चों को लेकर आया जाया करती है। एक शाम बच्चों से भरी स्कूल बस गुजर रही थी और नदी में गिरने से बाल बाल बची। इसकी जानकारी मिलते ही श्री यति महाराज तत्काल उसी रात स्वयं नदी पुल पर जाकर निरीक्षण किया गया और जेसीबी मालिक से बात कर रातों-रात गड्ढा पटवाने का कार्य किया। मंगलवार को दिन भर ईट गिट्टी की टुकड़ी और मिट्टी के माध्यम से जगह-जगह सड़क पर हो चुके गड्ढों को पाटने का कार्य सिद्धपीठ के तरफ से किया गया। महामंडलेश्वर ने कहा कि संबंधित विभाग द्वारा क्षेत्र की खराब हो चुकी सड़कों की लगातार अनदेखी की जाती है। जबकि सिद्धपीठ पर वर्ष पर्यंत श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। इसके साथ ही जनपद के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित इस क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह टूट कर समाप्त हो गई हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से मांग किया कि सिद्धपीठ को केंद्र बनाकर हथियाराम से रायपुर, हथियाराम-बुढ़ानपुर, हथियाराम-जखनियां व गाजीपुर की सड़कों को गड्ढा मुक्त करते हुए चलने लायक बनाया जाए। जिससे लोगों का आवागमन सुगमता पूर्वक सुनिश्चित हो सके।