गुलाब चक्रवात ने अस्त-व्यस्त किया जनजीवन, धान को मिला सुकून तो सब्ज़ी और अगैती धान हुए चौपट





दिलदारनगर। पश्चिम बंगाल से उठे गुलाब चक्रवात का असर पूर्वांचल के मैदानी भागों में भी दिखा, जिससे पूरा जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बीते गुरुवार की देर रात से तेज हवाओं संग कभी रिमझिम फुहार तो कभी भारी बरसात का सिलसिला शनिवार तक लगातार जारी रहा। इस बरसात से जहां धान की फसल को लाभ पहुंचा है तो दूसरी ओर अगैती धान की फसल को नुकसान भी हुआ है। तेज हवाओं के झोंकों से अगैती धान के खेतों में लोट जाने से इसकी खेती करने वाले किसानों की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। दूसरी ओर सब्जी की खेती को भी नुकसान पहुंचने के कारण हरी सब्जियों की कीमतें आसमान छूने वाली हैं। ऐसे में अब गृहणियों के रसोई का बजट बिगड़ने की भी उम्मीद है, जिससे गृहणियों के माथे पर भी शिकन आ गई है। इसके अलावा रुक-रुककर हो रही कभी तेज तो कभी मद्धिम बारिश से नगर और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर सियापा पसरा रहा। बाजार में ग्राहकों की कम आमद होने से व्यवसाय पर भी मंदी का असर छाया रहा और बाजार में सुस्ती दिखी। 48 घंटे से लगातार हो रही बरसात के कारण तापमान भी काफी नीचे चला गया, जिससे लोगों को गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा। कईयों ने तो कंबल निकाल लिए। वहीं बारिश से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर जलजमाव और कीचड़ के चलते राहगीरों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। मौसम विभाग द्वारा आगे भी बारिश होने की संभावना के चलते लोगों की परेशानियां कम नहीं होती दिख रही हैं।



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