लालसा पॉलिटेक्निक कॉलेज में मना इंजीनियर्स डे, इंजीनियर्स को दी गई शुभकामनाएं
बहरियाबाद। क्षेत्र के रायपुर स्थित लालसा पॉलिटेक्निक कॉलेज में बुधवार को इंजीनियर्स डे मनाया गया। इस दौरान सभी छात्रों की कॉलेज प्रबंधन ने सराहना करते हुए उन्हें इंजीनियर्स डे की बधाईयां दीं। प्रबंध निदेशक अजय यादव ने कहा कि यहां प्रवेश लेकर अपने इंजीनियर बनने के सपने को साकार करते हुए प्रशिक्षुओं के लिए कॉलेज प्रबंधन द्वारा पढ़ाई से संबंधित हर तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। विचारों और नवाचारों को सलाम करते हुए कहा कि इंजीनियर वे लोग होते हैं, जो अपने कलम और दिमाग से दुनिया की खोज करते हैं। जिन्होंने वास्तव में हमारे जीवन को बदल दिया है। कहा कि हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है। यह दिन भारतीय सिविल इंजीनियर, भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती का प्रतीक है। उन्हें इंजीनियरिंग के क्षेत्र में योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। कहा कि उन्होंने कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। वो कर्नाटक में बने कृष्ण राजा सागर बांध के मुख्य अभियंता थे और उन्होंने हैदराबाद शहर के लिए बाढ़ सुरक्षा प्रणाली के मुख्य अभियंताओं में से एक के रूप में भी कार्य किया। 1955 में उन्हें सर्वोच्च भारत रत्न से सम्मानित किया गया। कहा कि बिना इंजीनियर के दुनिया बिना पहियों वाली बाइक की तरह है। उनका दृढ़ विश्वास और उनके द्वारा बनाए गए बांध आज भी काम कर रहे हैं, जो उनकी प्रतिभा, कौशल, ईमानदारी और समर्पण के प्रमाण हैं। कहा कि हमारा संस्थान लगातार इस मूल मंत्र को समझकर आगे बढ़ रहा है। कहा कि इस वर्ष उपजी प्रशिक्षुओं की आर्थिक परेशानियों को ध्यान में रखते हुए हमने निःशुल्क काउंसिलिंग शुरू की है। जिसके तहत प्रवेश परीक्षा में सफल बच्चे लालसा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड रूरल टेक्नोलॉजी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग (प्रोडक्शन), सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आदि में प्रवेश ले सकते हैं।