एक ही गाड़ी में भरकर जा रहे 15 नाबालिग बच्चों को देख पुलिस के कान खड़े, मानव तस्करी की आशंका में लाए गए थाने, पहुंचे परिजन
नंदगंज। थाना क्षेत्र के रेवसां हाइवे से मंगलवार की रात 8 बजे बिहार से भदोही ले जाये जा रहे क्वालिस सवार 15 नाबालिग बच्चों को पुलिस ने मानव तस्करी की आशंका के आधार पर थाने पहुंचाया। इस दौरान उनके साथ चालक को भी थाने लाकर छानबीन की। थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार राय को एक राहगीर ने सूचना दिया कि रेवसां के पास नेशनल हाइवे स्थित एक ढाबे पर क्वालिस गाड़ी खड़ी है, जिसमें 15 नाबालिग बच्चे हैं। आशंका जताई कि संभवतः उन्हें उठाकर कहीं ले जाया जा रहा हो। जिसके बाद पुलिस तत्काल अलर्ट हुई और थानाध्यक्ष रजादी चौकी प्रभारी सुरेन्द्र नाथ सिंह व हमराहियों संग ढाबे पर पहुंचे। वहां गाड़ी को बच्चों सहित थाने लाए। गाड़ी चालक भदोही निवासी संजय ने बताया कि वो बच्चों को बिहार के अररिया से लेकर भदोही जा रहा है। बताया कि गाड़ी मालिक मु. मलिक ने उससे बच्चों को ले जाने को कहा था। वहां से बच्चे कहां जाएंगे, इसकी जानकारी नहीं है। जिसके बाद मलिक को थाने बुलाया गया। थाने पहुंचे मलिक ने बताया कि भदोही निवासी मु. जमीर ने उसे बच्चों को बिहार से भदोही के फुलवरिया तक लाने का किराया तय किया था। वहीं बच्चों से बात करने पर बच्चों ने बताया कि वो भदोही में मदरसे में पढ़ने जा रहे हैं। जिसके बाद उनके परिजनों को बुलाया गया। परिजनों द्वारा भी बात को स्पष्ट किए जाने के बाद थानाध्यक्ष ने सभी बच्चों को उनके परिजनों को सौंपते हुए कहा कि इस तरह से बच्चों को कहीं न भेजा जाए। कहा कि अपने साथ रखकर अच्छी शिक्षा दीजिए और बच्चों को बाल श्रमिक बनाने के बारे में सोचिए भी मत, वरना कार्रवाई होगी। परिजनों ने बताया कि वो भी मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। इसके बाद वो बच्चों को साथ लेकर चले गए। बहरहाल, परिजनों के आने के बाद बच्चों के मानव तस्करी या बाल मजदूरी को ले जाए जाने की आशंका गलत साबित हुई, जिसके बाद पुलिस ने चैन की सांस ली।