विवाहिता की संदिग्ध मौत के बाद दहेज हत्या में पति व ससुर समेत 5 हुए नामजद, गले पर रस्सी कसने का था निशान
खानपुर। थानाक्षेत्र के धमवल गांव में विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जिसके बाद ससुरालीजन उसे आत्महत्या बताकर आनन फानन में उसका अंतिम संस्कार करने जा रहे थे, तभी मायके पक्ष पहुंच गए और पुलिस को सूचना देकर शव रूकवा लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका के गले पर पीछे से रस्सी कसे जाने के निशान हैं। जिसके चलते हत्या की आशंका जताई जा रही है। आजमगढ़ के मेंहनाजपुर स्थित कोसड़ा निवासी जीउत राम के पुत्री ज्योति उर्फ रश्मि 24 की शादी जून 2017 में धमवल निवासी रामबदन के पुत्र राकेश राम संग हुई थी। मृतका के मौधा निवासी मामा राजबहादुर ने ससुर रामबदन व पति राकेश समेत देवर श्यामसुंदर, जेठानी बिंदु देवी व ननद के पुत्र करन के खिलाफ नामजद दहेज हत्या की तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि शादी के दौरान ससुरालियों को मांग के अनुसार दहेज दिया गया था। इसके बावजूद वो ज्योति को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। इस बीच उसे एक पुत्र भी हुआ और वर्तमान में वो दो साल का हो चुका है। बताया कि गुरूवार की शाम करीब साढ़े 4 बजे उनकी बहन लीलावती ने सूचना दिया कि ज्योति की मौत हो गई है। जिसके बाद वो मौके पर पहुंचे तो देखा कि ससुराली शव को लेकर अंतिम संस्कार को जाने वाले थे। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी और शव को रोक दिया। मृतका के गले पर रस्सी कसने का काला निशान बना हुआ था। ससुरालियों का कहना था कि मृतका ने फांसी लगाई थी। जबकि उसके गले पर बना निशान ओ आकार में था, जबकि फांसी पर लटकने वाले के गले पर वी आकार में निशान बनता है। ऐसे में परिजनों का आरोप है कि ससुरालियों ने ज्योति की हत्या कर दी है और उसे आत्महत्या बता रहे हैं। ज्योति द्वारा दो साल के मासूम को छोड़कर आत्महत्या कर लेने की कहानी किसी के गले नहीं उतर रही है। उसके गले पर बना हुआ निशान भी पूरी कहानी बयां कर रहा है। इस बाबत थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर ने बताया कि शव को कब्जे में ले लिया गया है, मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा।