‘जौहरी’ सुभाष ने परखी ‘हीरे’ की चमक और 3 दिनों के उलटफेर के बाद सैदपुर को दे दिया नया ब्लॉक प्रमुख, देवकली में निर्विरोध निर्वाचन करा विधायक ने दिखाई ताकत
सैदपुर। सैदपुर का ब्लॉक प्रमुख पद इस कदर चर्चित हो गया था कि इसे सुलझाने के लिए खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा। सैदपुर में सपा द्वारा पहले आशीष यादव को ब्लॉक प्रमुख पद का प्रत्याशी घोषित किया गया था। जिसके बाद विधायक सुभाष पासी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और कहा कि बिना किसी से चर्चा किए आशीष को सपा का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। उनका ये भी कहना था कि अगर सभी के बीच चर्चा की गई होती तो सैदपुर में सपा का प्रत्याशी निर्विरोध जीत जाता। जिसके बाद वो हीरा को लेकर अखिलेश यादव से मिलने गए। वहां उन्होंने हीरा को जिताउ प्रत्याशी बताते हुए कहा कि हीरा की जीत उनकी जिम्मेदारी है। विधायक ने बताया कि इस दावे के बाद सपा मुखिया ने स्वीकार करते हुए सैदपुर में फ्री फाइट कर दी और आशीष व हीरा दोनों के सपा के बैनर झंडे के साथ चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी। इसके बाद सुभाष पासी लगातार क्षेत्र में जुट गए और बीडीसी सदस्यों को साधने लगे। बीते दिनों तो उन्होंने क्षेत्र के भारी संख्या में बीडीसी सदस्यों को अपने कार्यालय पर बुलाया और बड़ी पार्टी के बीच उनसे हीरा को वोट देने की अपील की। इसके बाद अपने विधानसभा चुनाव की रणनीति को हीरा के चुनाव में झोंककर विधायक 3 दिनों तक क्षेत्र में ही रहे और हीरा का पलड़ा मजबूत करने के बाद मुंबई चले गए। यहां तक कि नामांकन व मतदान के दिन क्षेत्र में न रहते हुए भी हीरा की जीत को सुनिश्चित कर दिया। इधर आशीष भी हर तरह से चुनावी दांव चलकर हीरा को पटखनी देने में जुटे हुए थे और दावा भी कर रहे थे कि उनके साथ 90 से अधिक बीडीसी हैं। लेकिन शनिवार को सुबह जब मतदान शुरू हुआ तभी से बीडीसी सदस्यों का रूझान हीरा की तरफ देखने को मिल रहा था और दोपहर करीब 2 बजे तक 118 में 115 मत पड़ चुके थे। वहीं एक बीडीसी मूल प्रमाणपत्र न होने की स्थिति में मतदान नहीं कर सकी। जिसके बाद शाम करीब 4 बजे एआरओ व उपजिलाधिकारी विक्रम सिंह ने हीरा को विजेता घोषित किया। जीतने के बाद हीरा प्रमाणपत्र लेने के लिए जिला मुख्यालय रवाना हो गए। गौरतलब है कि देवकली ब्लॉक भी सैदपुर विधानसभा में ही आता है और वहां सच्चेलाल यादव की पत्नी माधुरी यादव को लगातार दूसरी बार निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनाने में भी विधायक ने काफी मेहनत की है।