बिना गुरूज्ञान के बने रहेंगे इंद्रियों के गुलाम



बहरियाबाद, गाजीपुर। स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया।



इस दौरान मेहनाजपुर (आजमगढ़) ब्रांच के प्रमुख हरिकेश ने कहा कि गुरु की कृपा से मिला ब्रह्म ज्ञान जब तक अंतःकरण में उतरकर कर्म मे परिवर्तित नहीं होगा तब तक जीवन में लाभ प्राप्त नही होगा। ज्ञान काफी नही लाजिमी कर्म है। जैसे दवा जब तक पेट में नहीं जायेगा तब तक रोग से निदान नही मिलता उसी तरह गुरु का ज्ञान जब तक अमल में नही आयेगा तब तक हम इन्द्रियों के गुलाम बने रहेंगे। परिणामस्वरूप माया में ही उलझ कर रह जायेंगे और मायापति से रिश्ता नही बना पायेंगे। जीवन व्यर्थ चला जायेगा। इसके पूर्व सत्संग का शुभारम्भ “सम्पूर्ण अवतार वाणी“ एवं “सम्पूर्ण हरदेव वाणी“ के काव्य पाठ से हुआ। इस मौके पर ब्रांच प्रमुख अमित सहाय, जयराम सिंह, सुदर्शन सिंह, डॉ. केके सिंह, गंगादीन यादव, प्रियम, डॉ. प्रेम सहाय, रामलगन, शिवकुमार, बबिता कन्नौजिया, मनोज कन्नौजिया, कालिका प्रसाद, संजय सेठ, किशोरी, दूधनाथ चौहान, आशीष कुमार, रामप्रवेश प्रजापति, प्रीति आदि उपस्थित रहे। संचालन घूरन प्रसाद ने किया।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< मरदह पुलिस ने तमंचे संग बाइक चोर को पहुंचाया जेल
जयंती विशेष : लोकनायक ने राष्ट्रकवि की रचनाओं से किया था सरकार के खिलाफ विद्रोह >>