विश्व योग दिवस : एक्सीडेंट में चली गईं आंखें तो कई बीमारियों ने घेरा, अब 20 सालों से नियमित योग करके हुए चंगा





औड़िहार। विश्व योग दिवस पर क्षेत्र के गैबीपुर, औड़िहार, पटना, शेखपुर, कन्हईपुर आदि गांवों में योग को लेकर काफी उत्साह दिखा। औड़िहार के बाराह घाट पर युवाओं सहित बुजुर्गों ने योगाभ्यास किया तथा लोगों को योग के गुणों के बारे में बताया। डॉ. विनय पाठक ने कहा कि योग व प्राणायाम सिर्फ एक दिन की क्रिया बल्कि रोजाना की प्रक्रिया है। इसे नियमित व अनुशासित होकर करने से ये बेहद लाभकारी साबित होता है। कहा कि कोरोना काल में लोगों ने योग साधना को बखूबी अपनाया तथा खुद को स्वस्थ रखा। औड़िहार के विनोद शुक्ला ने बताया कि बीते करीब 20 वर्षों से वो योगाभ्यास कर रहे हैं। बताया कि एक दुर्घटना में उनकी दोनों आंखों की रोशनी चली गयी थी। जिसके बाद से वो घर में रहते रहते। ऐसे में उनके अंदर चिड़चिड़ापन आने लगा व उन्हें उच्च रक्तचाप की भी समस्या हो गई। जिसके बाद एक मित्र के कहने पर उन्होंने योगाभ्यास शुरू किया और आज तक वो योग करते हैं। अब उनका स्वास्थ्य ठीक है। बताया कि लोगों को भी इसके लिए जागरूक करते हैं।



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