बुरे फंसे सचिव, लाखों के गबन का है आरोप



सेवराई, गाजीपुर। क्षेत्र के भदौरा ब्लाक स्थित गोड़सरा गांव में शौचालय निर्माण के नाम पर हुए लाखों रुपये के घोटाला की शिकायत पर जांच के संबंधित जरूरी अभिलेखों सरकारी दस्तावेजों को ग्राम पंचायत अधिकारी राधेश्याम यादव द्वारा जांच टीम को नहीं देने और जांच में हुए घोटाले में दोषी मानते हुए जिला पंचायतीराज अधिकारी लालजी दूबे के आदेश पर एडीओ पंचायत त्रिवेणी प्रसाद सिंह ने ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है।



विकासखंड भदौरा के गोड़सरा ग्राम पंचायत में ग्रामीण राशिद खां ने बीते 19 मार्च को जिलाधिकारी को शपथ पत्र के साथ शिक़ायत पत्र दिया था। जिसमें जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी अमरनाथ मौर्य और सहायक अभियंता नलकूप खण्ड द्वितीय सूर्य प्रकाश को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच अधिकारी जब मामले के जांच मे जुटे तो गंभीर वित्तीय अनियमितता व घोटाला उजागर हुआ। सभी कार्य की गुणवत्ता में कमी पाई गई। पता जांच के दौरान भी गोड़सरा के निलंबित ग्राम पंचायत अधिकारी राधेश्याम यादव द्वारा ग्राम पंचायत से संबधित अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए गए। जाँच से सम्बन्धित अभिलेख दो बार मौखिक रूप से एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय के पत्र द्वारा लिखित रूप से प्रमाणित अभिलेखों की मांग की गई। लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी कोई भी अभिलेख आदि जाँच हेतु प्रस्तुत नहीं किया गया। जिससे ग्राम पंचायत संबधित अभिलेख उपलब्ध न कराने के कारण जांच की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकीं तथा उभय पक्षों के असहयोग के कारण जांच मे प्रभावकारी विलम्ब किये जाने का प्रयास किया गया। मामले में गंभीर वित्तीय अनियमितता को दृष्टिगत रखते हुए जिला पंचायतीराज अधिकारी लालजी दूबे के आदेश पर भदौरा एडीओ पंचायत त्रिवेणी प्रसाद सिंह ने गुरूवार को तत्कालीन सचिव राधेश्याम यादव के विरुद्ध गहमर थाने मे प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। इस संबंध में गहमर थाना प्रभारी निरीक्षक बाल मुकुंद मिश्रा ने बताया कि एडीओ पंचायत त्रिवेणी प्रसाद सिंह द्वारा निलंबित सचिव राधेश्याम यादव पर गबन का मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।



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