हत्या या आत्महत्या : दूसरे पुलिसकर्मी की मौत से फिर रोया खानपुर, बहन की गोदभराई में आए सिपाही की गोली लगने से मौत, एक हाथ में व दूसरी पैर के पास मिली अवैध पिस्टल





खानपुर। थानाक्षेत्र के खरौना निवासी सिपाही आशुतोष यादव की ड्यूटी के दौरान मौत के जख्म से अभी खानपुर क्षेत्र उबर भी नहीं पाया था कि बभनौली में फिर से यूपी पुलिस के एक सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। जिसके बाद क्षेत्र में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उस समय सांस चलती देख सिपाही को तत्काल वाराणसी भेजा लेकिन वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। सिपाही छुट्टी पर घर आया था और घटनास्थल पर दो-दो पिस्टल मिले। एक उसके हाथ में व दूसरी वहीं पड़ी मिली। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बभनौली निवासी अजय यादव 28 पुत्र रामप्रताप यादव अमेठी जिले में सिपाही के रूप में तैनात है, वहीं पिता जबलपुर आरपीएफ में तैनात हैं। अजय की चचेरी बहन की शादी तय है और रविवार को उसकी गोद भराई की रस्म हुई थी। जिसके लिए अजय 15 दिनों की छुट्टी लेकर 13 फरवरी को घर आया था और बीती पूरी रात अजय ने अपने परिवार के साथ जश्न मनाया। परिजनों ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 4 बजे किसी का फोन आया तो बरामदे में सो रहा अजय जैकेट पहनकर घर से निकल गया। इसके बाद वो गंभीर रूप से घायल हाल में घर से करीब एक किमी दूर रामपुर स्थित जलनिगम की पानी टंकी के पास मिला। सड़क किनारे खेतों में लहूलुहान हाल में युवक को देख पूरे क्षेत्र में शोर मच गया कि खेत में किसी को गोली मारकर फेंका गया है। वहां से दौड़ लगाने वाले लड़कों ने उसे देखकर गांव में सूचना दी। जिसके बाद पहुंचे थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह ने सांस चलती देख उसे वाराणसी भेजा, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी शिनाख्त होने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मंगल कार्य वाले घर में मातम पसर गया व चीख पुकार मच गई। घटना स्थल पर हर तरफ खून ही बिखरा हुआ था और उसके पास दो देशी पिस्टल भी मिली। एक को उसने अपने हाथों में पकड़ रखा था तो दूसरा उसके पास गिरा हुआ था। पास में ही उसका मोबाइल व पर्स भी गिरा मिला। अजय के दाहिने कनपटी पर गोली लगी थी और प्वाइंट ब्लैंक होने के चलते पार हो गई थी। घटनास्थल की स्थिति देख ऐसा लग रहा था कि उसने खुद को गोली मारी है लेकिन अगर उसने मारी है तो आखिर क्यों मारी, ये बड़ा सवाल उठ रहा है। मौके पर मौजूद लोग प्रेम प्रसंग में घटना होने की चर्चा कर रहे हैं। मौके पर दूसरा पिस्टल गिरे होने के चलते आशंका जताई जा रही है कि संभवतः मौके पर कोई युवती रही होगी। ये आशंका है कि संभवतः युवती ने एक साथ मर जाने की बात कही होगी तो अजय ने उसे वो पिस्टल खुद को मारने के लिए दी होगी और अजय ने तो खुद को गोली मार ली होगी लेकिन युवती या अन्य दूसरा व्यक्ति खुद को गोली न मारकर वहां से फरार हो गया होगा। बहरहाल, पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। अजय का सीडीआर भी खंगाला जा रहा है कि आखिर भोर में उसे किसका फोन आया था। थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है, फिर भी हम हर तरह के एंगल को ध्यान में रखकर जांच कर रहे हैं। जल्द ही खुलासा हो जाएगा। इधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इधर अजय के पास से मिले दोनों पिस्टल को भी अवैध बताया जा रहा है, अजय के पास दोनों पिस्टल कहां से आए, इसकी भी जांच चल रही है। 4 बहनों का इकलौता भाई अजय अपने मां-बाप का इकलौता पुत्र था और 3 साल पूर्व ही पुलिस ट्रेनिंग पूरी करके ज्वाइन किया था।



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