गधे की लीद व जानलेवा एसिड मिलाकर नकली मसाला बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़, हिंदू युवा वाहिनी का नेता निकला फैक्ट्री संचालक
हाथरस। जिले में गधे की लीद और खतरनाक एसिड आदि का इस्तेमाल कर लोकल ब्रांडों के नकली मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया हैं। मसाले में चांदी और अन्य बेशकीमती चीजों को मिलाकर तैयार करने का दावा किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री संचालक अनूप वार्ष्णेय को फिलहाल शांति भंग के तहत गिरफ्तार किया हैं। वह हिंदू युवा वाहिनी का उप मंडल प्रभारी है। फैक्ट्री हाथरस कोतवाली के नवीपुर इलाके में संचालित थी। प्रशासन के ज्वाइंट मैजिस्ट्रेट पीपी मीणा के मुताबिक कुछ स्थानीय ब्रांडों के नाम पर पैक किए जा रहे 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसाले छापे में बरामद किए हैं। छापे में नकली मसाले तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई नुकसान देह तत्व जैसे गधे की लीद, भूसा, अखाद्य हानिकारक रंग के अलावा एसिड से भरे ड्रम मिले हैं। बरामद मिलावटी मसालों में पिसा धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी और गरम मसाला बनाया जा रहा था। काफी तादाद में मसाला बनाने के लिए एकत्र किया हुआ सामान भी मिला हैं। खाद्य विभाग के अफसरों की माने तो मिलावटी मसाले लंबे वक्त तक खाने में इस्तेमाल करने पर स्वास्थ के लिए खतरनाक साबित होते हैं। अब देखना है कि यह मसाले कब से बन रहे थे और इनकी सप्लाई किस स्तर तक हो रही हैं। ताकि अलग अलग टीम बनाकर मिलावटी मसालों या अन्य माल को बरामद कर आमजन को नुकसान से बचाया जा सके। अधिकारियों के मुताबिक छापे के दौरान मौके पर विभिन्न ब्रांड के करीब 1000 खाली पैकेट और करीब 100 पैकेट भरे हुए मसालों के पाए गए। फैक्ट्री संचालक अनूप वार्ष्णेय बन रहे मसालों के ब्रांडों के लाइसेंस या उससे जुड़े कोई कागजात मौके पर दिखाने में नाकाम रहे हैं। जिसके बाद श्रेत्रीय एसडीएम ने फैक्ट्री को सील कर दिया। फैक्ट्री संचालक को फिलहाल शांति भंग की धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। 27 से अधिक नमूनों को जांच के लिए भेजा गया हैं। लैब से रिपोर्ट में मिलावट साबित होने के के बाद खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी।