सपा के अखिलेश सरकार में हुआ था 97 हजार करोड़ रूपए का बड़ा घोटाला, कैग रिपोर्ट में साफ हुई तस्वीर

लखनऊ। भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) द्वारा अब तक कांग्रेस के कई घोटालों को उजागर कर देश में बड़ा भूचाल लाया गया था कि अब कैग ने एक और खुलासा कर बड़ा बम फोड़ दिया है। कैग की एक नई रिपोर्ट में सपा की अखिलेश सरकार द्वारा कार्यकाल के दौरान सरकारी योजनाओं के नाम पर 97 हजार करोड़ की बड़ी राशि के घोटाले की रिपोर्ट पेश की गई है जिसके बाद पूरे देश में फिर से एक बड़ी राजनैतिक हलचल शुरू हो गई है। वहीं बीजेपी ने अखिलेश यादव की पूर्व सपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। ये रूपए कार्यकाल के दौरान कब और कहां खर्च किए गए इसका कोई हिसाब विभागों के पास नहीं है।

कैग द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि अखिलेश सरकार में सिर्फ सूबे की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के नाम पर व समाज कल्याण विभाग के साथ ही पंचायती राज विभाग में 26 हजार करोड़ रूपए खर्च किए गए वहीं हर विभागों का मिलाकर कुल 97 हजार करोड़ रूपए खर्च किए गए जिनका हिसाब किसी भी विभाग के पास नहीं है जिसके बाद इस बड़ी धनराशि को घोटाला बताया जा रहा है। अगस्त में आई कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि खर्च को लेकर जरूरी प्रमाणपत्र नहीं होने के कारण करीब 97 हजार करोड़ रुपए का हिसाब नहीं मिल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 से 31 मार्च 2017 के बीच करीब 2.5 लाख ऐसे काम हुए, जिसका कोई प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं है। सूत्र ये भी है कि शासन के सामने इस मामले को कई बार उठाया गया, लेकिन इस दिशा में सुधार के कोई कदम नहीं उठाए गए। नियम के मुताबिक, जब किसी योजना के तहत विभागों को बजट जारी किया जाता है तो उस काम को लेकर समय सीमा भी तय की जाती है। तय सीमा गुजरने के बाद संबंधित विभाग को यूटिलिटी सर्टिफिकेट जारी करना पड़ता है। यह जिम्मेदारी बजट जारी करने वाले विभाग की है कि वह यूटिलिटी सर्टिफिकेट मांगे क्योंकि इस सर्टिफिकेट के बिना बजट की दूसरी किश्त नहीं जारी की जा सकती है। लेकिन सारे नियमों को ताक पर रखकर न सिर्फ बिना सर्टिफिकेट के बजट जारी किए गए बल्कि 97 हजार रूपए की बड़ा वित्तीय भ्रष्टाचार कर दिया गया। अखिलेश सरकार में हुए इस घोटाले के बाद अब विपक्षी पार्टियां सपा पर हमलावर हो गई हैं। हालांकि इस राजनैतिक हमले में अब तक सिर्फ भाजपा ने ही सपा के खिलाफ मोर्चा खोला है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कैग द्वारा पूर्व की यूपीए 1 व 2 की सरकारों द्वारा किए गए भारी भ्रष्टाचार का खुलासा किया गया था। जिसके बाद से ही जनता ने कांग्रेस की हकीकत जान ली और उन्हें सत्ता के साथ ही अब देश से भी बेदखल करने में जुटी है। अब उसी कैग द्वारा एक बार फिर से एक बड़ा खुलासा किया गया है और ये खुलासा सपा की पूर्ववर्ती सरकार में हुए भारी घोटाले को लेकर हुआ है। कहा कि कैग की इस रिपोर्ट को देखकर ये साफ लग रहा है कि सपा सरकार में किस कदर भ्रष्टाचार हुआ है। कहा कि मायावती ने प्रदेश में भ्रष्टाचार की नींव रखी और अब अखिलेश यादव ने उस पेड़ को पालने का काम किया है। कहा कि वो इस रिपोर्ट के आधार पर सरकार से पूरे मामले की जांच कराएंगे। अब अखिलेश को जनता को जवाब देना ही होगा कि वो सरकार चला रहे थे या अपनी जेबें भर रहे थे। वहीं पूरे मामले में सपा प्रवक्ता सुनील साजन ने कहा कि कैग की रिपोर्ट का मतलब घोटाला नहीं होता है। सपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र में भी कैग की रिपोर्ट आई है, लेकिन दोनों जगहों पर बीजेपी की सरकार है इसलिए यहां घोटाला नहीं हुआ है.