प्रवासियों की भारी संख्या के सापेक्ष कम पड़ रहे सरकारी क्वारंटाइन सेंटर, मदद के लिए आगे आए ग्रामीण, उठा रहे खर्च





जखनियां। लॉक डाउन के चलते बाहर फंसे मजदूरों आदि के हजारों की संख्या में वापस आने के बाद अब सरकारी स्तर पर बने क्वारंटाइन सेंटर कम पड़ रहे हैं। जिसके चलते प्रशासनिक लोगों द्वारा अब ऐसे लोगों को खुद के घरों में क्वारंटाइन करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया जा रहा है। जिसके बाद ग्रामीण खुद ही बाहर से आए लोगों के लिए आगे आ रहे हैं। उनके लिए वो खुद भोजन आदि की व्यवस्था करके उन्हें गांव में ही अलग क्वारंटाइन कर रहे हैं। क्षेत्र के मीरपुर में समाजसेवी अजीत सिंह द्वारा बाहर से आए 5 युवकों की व्यवस्था करने की पहल के बाद गांव के रामआसरे राम, परशुराम, शशिकांत पांडेय, विश्वनाथ पांडेय, भोला, मनोज यादव, मंगला सिंह, मदन सिंह, अरविंद राम आदि भी आगे आते हुए मदद के लिए हाथ बढ़ा दिया है। वहीं बारोडीह गांव में जागरूक युवकों ने गांव में बांस बल्ली लगाकर गांव बाहर से आने वालों को बिना सेनेटाइज व जांच के अंदर आने से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके लिए युवक वहां पर पाली के अनुसार निगरानी भी कर रहे हैं। वो बिना सेनेटाइज किए किसी को भी अंदर नहीं आने दे रहे।



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