यूपी बोर्ड मूल्यांकन : तो क्या घर से मास्क, सेनेटाइजर व ग्लव्स लेकर आएंगे शिक्षक? बजट के अभाव में हो रहे मूल्यांकन पर शिक्षकों ने उठाया सवाल, निरस्त करने की मांग
गाजीपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन मंगलवार से शुरू होगा। कोरोना के मद्देनजर सरकार ने केंद्रों पर सेनेटाइजर, साबुन, नैपकिन, मॉस्किटो रिपलेंट्स आदि के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन बजट के अभाव में इस पर सवाल उठ रहे हैं। वही उप नियंत्रक व प्रधानाचार्यों ने शिक्षकों से कहा है कि मास्क, सेनेटाइजर और ग्लव्स घर से लेकर आएं। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य चौधरी दिनेश चंद्र राय ने बताया कि विभाग 300 परीक्षकों पर 4500 रुपये खर्च देता है। जिसमें स्टेशनरी, पानी, बोरा, सुतली, बिजली और कॉपी ढुलाई का भाड़ा शामिल रहता है। जिला विद्यालय निरीक्षक से मास्क, मास्क और सेनेटाइजर मूल्यांकन शुरू होने से पूर्व उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है ताकि शिक्षक मूल्यांकन कार्य सुचारू रूप से कर सकें। जिलाध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने सभी मूल्यांकन केंद्रों पर ग्लव्स, सेनेटाइजर, लिक्विड साबुन, नैपकिन, मॉस्किटो रिपेलेंट, थर्मल स्कैनर, बैनर-पोस्टर, आवश्यक पुलिस बल आदि के इंतजाम का भी अनुरोध किया है। वहीं जिला मंत्री राणा प्रताप सिंह का कहना है कि मूल्यांकन केंद्र पर जाकर कॉपी जांचना जोखिम भरा होगा। तमाम महिला शिक्षिकाओं के पास अपना वाहन नहीं है और सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह बंद है ऐसे में शिक्षकों के पास मूल्यांकन केंद्र पर जाने के लिए कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में मांग किया है कि लॉक डाउन खुलने तक मूल्यांकन कार्य निरस्त रखा जाए।