‘‘कारगिल केवल युद्ध नहीं, ये कमलेश सिंह जैसे शहीदों की अमर कहानी है’’, 20वें शहादत दिवस पर दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि





बिरनो। कारगिल अमर शहीद कमलेश सिंह की 20वें शहादत दिवस पर बिरनो में उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व दर्जाप्राप्त राज्य मंत्री डॉ. रमाशंकर राजभर ने कहा कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों के कारण भारत के साथ कई बार छद्म युद्ध करके पीठ में छुरा भोंकने का काम कर चुका है। लेकिन हर बार उसे कमलेश सिंह जैसे वीर शहीदों के कारण उन्हें मुंह की खानी पड़ी है। एक शेर के माध्यम से उन्होंने कहा कि ‘‘भारत माता की आंखों का तारा हर सेनानी है, कारगिल केवल युद्ध नहीं, कमलेश सिंह जैसे वीरों की अमर कहानी है, मातृभूमि की सेवा कैसे करते है वो दिखा गए, भारत माता की जय के नारों के मतलब सिखा गए।’’ जिला पंचायत सदस्य सुभाष राम ने कहा कि कारगिल शहीद कमलेश सिंह ने के अदम्य, साहस और वीरता ने पूरे जनपद के साथ पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गाजीपुर के पूर्व जिला संयोजक गर्वजीत सिंह ने कहा कि शहीद कमलेश सिंह को भारत माँ की रक्षा करने का जिम्मा विरासत में मिला था। उनके पिता कैप्टन अजनाथ सिंह ने स्वयं सेना में रहकर देश की सेवा किया। उनके दादा ने भी उत्तर प्रदेश पुलिस में अपनी सेवा दी थी और अब देश के लिए शहीद होने का गौरवशाली सम्मान उनके हिस्से में आया। आगे कहा कि कमलेश सिंह के शहादत को आत्मसात करने की आवश्यकता है। जब भी देश को जरूरत हो गाजीपुर का युवा अपने प्राण न्योछावर करने के लिए तैयार मिलेगा। भाजपा नेता योगेश सिंह ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते कहा कि शहीद कमलेश सिंह की शहादत सदैव लोगों को देश सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने तिरंगे को झुकने नही दिया भले ही तिरंगे में लिपटकर आना पड़ा। इस दौरान सभा में शहीद कमलेश सिंह अमर रहें और जब तक सूरज चांद रहेगा, कमलेश तेरा नाम रहेगा के साथ ही भारत माता के जय के नारे गूंजते रहे। इस मौके पर उरी हमले में शहीद विनोद कुशवाहा की मां, सुभाष राम, हिंयुवा जिलाध्यक्ष अमित सिंह, वैभव सिंह, हर्ष सिंह, सिद्धांत सिंह, रामशब्द सिंह, लोहा सिंह, राघवेंद्र सिंह, कार्तिक गुप्ता, आशु सिंह, रूपेश कुमार, अमित सिंह, अजय सिंह, विवेक सिंह, रामविलास सिंह, ऋषिदेव सिंह, आशुतोष सिंह, बिरनो थानाध्यक्ष आदि मौजूद थे। अध्यक्षता शहीद के पिता कैप्टन अजनाथ सिंह और संचालन पूर्व भाजयुमो महामंत्री दीपक सिंह ने किया।



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