सिर्फ कहने को नया है जिला अस्पताल लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अब भी है बदहाल





गाजीपुर। मरीजों को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं देने के लिए कहने को तो जिला अस्पताल नये भवन में दो साल पहले ही स्थानांतरित हो चुका है लेकिन वहां की स्वास्थ्य सुविधाएं अब भी जस की तस हैं। इतना ही नहीं लगभग डेढ़ वर्ष तक से लोकल पर्चेज तक का बजट अस्पताल प्रशासन के पास नहीं है। जिसके चलते जिला मुख्यालय पर बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले मरीज सिर्फ चिकित्सकों से परामर्श लेकर चले जाते हैं। इसके बाद दवाईयों के नाम पर उन्हें बाहर खुले निजी मेडिकल स्टोर पर अपनी जेबें ढीली करनी पड़ती हैं। यह स्थिति करीब दो वर्षों से बनी हुई है। इसके अलावा पीजी कॉलेज चौराहा से अस्पताल तक रोशनी की समुचित व्यवस्था न होने के चलते मरीजों को आए दिन रात में घायल होना पड़ता है। अस्पताल में चिकित्सकों की भी कमी बनी हुई है। गाजीपुर के जिला अस्पताल की बदहाल स्थिति को देखकर समाजसेवी और छात्रनेताओं ने शुक्रवार की सुबह प्रभारी जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। बाद में प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी से वार्ता कर समुचित कार्रवाई की मांग की। कहा कि अगर अस्पताल में समुचित व्यवस्था नहीं कराई जाती है तो वो जल्द ही आंदोलन भी करेंगे। इस मौके पर स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज के छात्र नेता सिद्धान्त सिंह करन, हर्ष सिंह, वीरेन्द्र कुमार सिंह, ऋषभ राय, विभा पाल, विवेक सिंह, अमित सिंह, मनोज सिंह, शिवराम सिंह, अजमल, चन्दन सिंह, सिद्धार्थ यादव, आकाश आदि मौजूद थे।



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