बहरियाबाद : रायपुर के विश्वनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में बी. फॉर्मा तृतीय वर्ष के प्रशिक्षुओं ने अंतिम वर्ष के प्रशिक्षुओं को यादगार विदाई, कॉलेज को बताया परिवार


बहरियाबाद। क्षेत्र के रायपुर स्थित विश्वनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में बी. फार्मा के तृतीय वर्ष के प्रशिक्षुओं द्वारा अंतिम वर्ष के प्रशिक्षुओं के सम्मान में बुधवार को बेहद भव्य और भावनात्मक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें जूनियर्स के स्नेह, सम्मान देख सीनियर्स की आंखें भर आईं और कार्यक्रम में सभी ने मधुर स्मृतियों को साझा किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ लालसा ग्रुप ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन व संस्थान के प्रबंधक अजय यादव ने फीता काटकर किया। इसके बाद दीप प्रज्ज्वलन करके सभी को संबोधत किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उत्साही सहभागिता ने समारोह में जीवंतता भर दी। इस दौरान तृतीय वर्ष के प्रशिक्षुओं द्वारा प्रस्तुत किए गए विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गीत, नृत्य, कविता पाठ सहित हास्य नाटकों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में किसी ने अपने मधुर सुर से श्रोताओं की आँखें नम कर दीं तो किसी की रचना ने भावनाओं की गहराई को छू लिया। विदा ले रहे अंतिम वर्ष के प्रशिक्षुओं ने मंच से अपने अनुभव साझा करते हुए संस्था के प्रति आभार व्यक्त किया। एक छात्रा ने कहा कि ये संस्थान केवल शिक्षा का केंद्र ही नहीं, बल्कि जीवन को संवारने का एक शानदार केंद्र रहा है। यहां हमें अपना पूरा परिवार मिला, जहां हम सभी ने जीवन के कई मूल्य सीखे। एक अन्य छात्र ने कहा कि यहाँ हमने फार्मेसी ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सीखी। शिक्षकों ने भी प्रेरणादायक शब्दों के माध्यम से उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम में जूनियर्स द्वारा तैयार किया गया स्मृति वीडियो पूरे समारोह का सबसे भावुक क्षण रहा। अंत में विदाई उपहारों का वितरण किया गया। इसके बाद ‘शर्ट डे’ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें सभी ने एक दूसरे से अपने शर्ट पर उनके हस्ताक्षर लिए और उन्हें यादगार के रूप में संजो लिया। चेयरमैन अजय यादव ने कहा कि ये फेयरवेल नहीं, बल्कि आपके उज्ज्वल भविष्य की ओर पहला कदम है। प्राचार्य डॉ. सुनील चौधरी ने भी शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर विभागाध्यक्ष विजय यादव, गौरीशंकर राय, सुमित कुमार, शिवम पटेल, पूजा सिंह, लक्ष्मी पाल, मनीषा आदि रहे।
