2025 के अंत तक हारेगा टीबी, टीबी उन्मूलन के नवाचारों और रणनीतियों पर मंथन कर 10 जिलों की इकाईयों को दिया गया प्रशिक्षण





गोरखपुर। शहर के एक निजी होटल में वर्ष 2025 के अंत तक गोरखपुर और आसपास के जिलों में टीबी उन्मूलन की प्रभावी रणनीति को लागू करने के लिए तक देरशाम तक मंथन किया गया। इस दौरान 10 जिलों की राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम इकाइयों को प्रशिक्षित भी किया गया। टीबी उन्मूलन की आधुनिकतम प्रक्रियाओं, नवाचारों और रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का आयोजन आरटीपीएमयू गोरखपुर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला क्षय रोग केंद्र (डीटीसी) और स्टेट टीबी एसोसिशएन के समन्वित प्रयासों से हुआ। चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण के एडी डॉ बीएम राव, जेडी डॉ अरूण गर्ग, सीएमओ डॉ आशुतोष दूबे, एसीएमओ डॉ अरूण चौधरी, डॉ गणेश यादव स्टेट टीबी फोरम डॉ अश्विनी मिश्रा आदि ने संबोधित किया। जहां आरटीपीएमयू गोरखपुर के तहत आने वाले सभी 10 जिलों के डीटीओ व एडीटीओ आदि ने प्रतिभाग किया। सीएमओ ने बताया कि यह प्रशिक्षण टीबी के संक्रमण दर को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। इसका उद्देश्य नये टीबी रोगियों को खोजने और उनका समय से उपचार करने के आधुनिकतम तौर तरीकों से परिचित कराना था। डीटीओ ने बताया कि प्रशिक्षण में डॉ अमरेश सिंह, डॉ अनुराग शुक्ला, डॉ नेहा कपूर, डॉ हरीश तिवारी, डॉ एएन त्रिगुण, डॉ अजीत यादव, डॉ राहुल सरीन, डॉ शिवम पांडेय, डॉ नाबिल और डॉ एनके द्विवेदी ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। यह आयोजन राज्य टीबी अधिकारी, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा और मिशन निदेशक के निर्देश पर किया गया। कार्यक्रम का संचालन एसटीडीसी गोरखपुर की चिकित्सा अधिकारी डॉ अभिलाषा श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, मनीष गुप्ता, अभय नारायण मिश्रा, राकेश कुमार सिंह, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, श्वेता आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< सिधौना : आदिगंगा कही जाने वाली गोमती नदी की निर्मलता के लिए नदी किनारे के रहवासियों को शपथ दिलाकर की गई अपील
बहरियाबाद : सभागार निर्माण कार्य का एमएलसी ने ईंटें रखकर किया शिलान्यास >>