गाजीपुर के कुल 568 स्कूलों का निपुण आंकलन करेंगे डायट के 164 डीएलएड प्रशिक्षु, 82 टीमें की गई गठित





भीमापार। जिले के परिषदीय विद्यालयों के कक्षा एक और दो के बच्चों की दक्षता का आंकलन गणित और भाषा के सवालों से किया जाएगा। प्रति मिनट 45 शब्द पढ़ने व चार में तीन सवालों का सही जवाब देने पर बच्चे निपुण माने जाएंगे। इसके लिए डीएलएड प्रशिक्षुओं को लगाया जा रहा है। सरकार की ओर से दूसरे चरण में जिले के 568 परिषदीय प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में निपुण आंकलन किया जाएगा। इसके लिए जिले के सभी 568 परिषदीय स्कूलों में डायट के 164 डीएलएड प्रशिक्षु आंकलन करेंगे। जिसके लिए प्रशिक्षुओं की 82 टीमें गठित की गई हैं। प्रत्येक टीम एक दिन में दो विद्यालयों का निपुण आंकलन करेगी। निपुण लक्ष्य एप पर किए जाने वाले मूल्यांकन परिणाम का डेटा तैयार होगा। इसे विद्यालयों के शिक्षकों के साथ साझा किया जाएगा। मूल्यांकन की रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और डायट प्राचार्य को भेजी जाएगी। 75 प्रतिशत अंक पाने वाले बच्चे निपुण विद्यार्थी घोषित होंगे। जिले में 2266 परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालय में 2 लाख 45 हजार बच्चे नामांकित हैं। जिसमें से जिले के कुल 1916 प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में निपुण भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कई प्रकार की शैक्षिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने वर्ष 2025-26 तक निपुण लक्ष्य प्राप्त किए जाने का लक्ष्य रखा है। निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा एक व कक्षा दो में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अधिगम स्तर को बेहतर बनाने और उस कक्षा के अनुरूप स्तर पर लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कक्षा एक एवं कक्षा दो के पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षकों के प्रयोग के लिए गणित और हिंदी की आधारशिला क्रियान्वयन बुकलेट विकसित कर शिक्षकों को उपलब्ध कराई गई है, ताकि कक्षा एक एवं दो में विद्यार्थियों की फाउंडेशनल लर्निंग को सुदृढ़ किया जा सके। इस बुकलेट में प्रिंटरिच सामग्री, गणित किट आदि के प्रयोग पर समझ और कौशल विकसित करने के उद्देश्य से शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया गया है। स्कूलों में बच्चों ने निपुण लक्ष्य को कितना हासिल किया है, अब इसके मूल्यांकन की तैयारी की गई है। मूल्यांकन की जिम्मेदारी डीएलएड प्रशिक्षुओं को सौंपी गई है। शासन की ओर से निपुण आंकलन के लिए दूसरे चरण में 568 प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों को चिह्नित किया गया है। शैक्षणिक सत्र के दिसम्बर माह में जिले 776 स्कूलों के विद्यार्थियों का आंकलन किया जा चुका है। दो चरणों का परिणाम एक साथ जारी किया जायेगा। दूसरे चरण का 17 फरवरी से निपुण मूल्यांकन शुरू होगा और 28 फरवरी तक समाप्त होगा। जिसमें 568 विद्यालयों के 13 हजार 632 बच्चों का आंकलन किया जायेगा। इसके लिए 164 डीएलएड प्रशिक्षुओं की गठित 82 टीमें विद्यालयों का आंकलन करेंगी। 10 फरवरी को इन्हें परियोजना द्वारा आनलाईन प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस बाबत निपुण आंकलन के नोडल व डायट प्रवक्ता डॉ सर्वेश राय ने बताया कि आगामी 17 फरवरी से परिषदीय विद्यालयों की निपुण आंकलन प्रक्रिया शुरू होगी और 28 फरवरी तक चलेगी। इसके लिए 164 प्रशिक्षुओं की 82 टीम गठित कर दी गई है। बताया आंकलन किए जाने वाले स्कूलों में भदौरा ब्लॉक क्षेत्र में 29, मनिहारी में 50, सदर में 28, करंडा में 12, बिरनो में 15, मरदह में 7, सैदपुर में 60, देवकली में 39, जखनियां में 36, रेवतीपुर में 22, जमानियां में 22, कासिमाबाद में 63, भांवरकोल में 34, बाराचंवर में 42, मुहम्मदाबाद में 29, सादात में 68 व नगर क्षेत्र में कुल 4 विद्यालयों का आंकलन होना है।



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