फलदार वृक्ष के समान होते हैं बुजुर्ग, सम्मान से अधिक और नहीं होती है कोई चाह, वरिष्ठ नागरिक दिवस पर बोले बुजुर्ग
खानपुर, गाजीपुर। क्षेत्र के सिधौना में पूर्व रेल अधिकारी रामाधार मिश्रा के आवास पर सोमवार को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर बुजुर्गों की एक बैठक सम्पन्न की गयी। बैठक में 90 वर्ष की अवस्था के रामाधार मिश्रा ने कहा कि हम बुजुर्ग परिवार के लिये एक पेड़ की तरह है एक पेड़ जितना ज्यादा बड़ा होता है वह उतना ही अधिक झुका हुआ होता है। यानि वह उतना ही विनम्र और दूसरों को फल देने वाला होता है। यही बात समाज के उस वर्ग के साथ भी लागू होती है जिसे आज की तथाकथित युवा और एजुकेटेड पीढ़ी बूढ़ा कहकर वृद्धाश्रम में छोड़ देती है।
जिस घर को बनाने में एक इंसान अपनी पूरी जिंदगी लगा देता है, वृद्ध होने के बाद उसे उसी घर में एक तुच्छ वस्तु समझी जाता है। बड़े बूढ़ों के साथ यह व्यवहार देखकर लगता है जैसे हमारे संस्कार ही मर गए हैं। अपने आगे की पीढ़ी को सीख के साथ संस्कार देने की बात भी कही गयी। इस मौके पर हरिराम सिंह, छोटू, प्रेमशंकर मिश्रा, सियाराम सिंह, बृजमोहन सिंह, श्यामजी यादव, जगदम्बा मिश्र आदि मौजूद थे।