नंदगंज : ‘साहब! मैं विकलांग हूं, इसलिए अवैध रूप से शराब बनाकर चलाता हूं परिवार’, फैक्टरी चलाते मिले आरोपी ने पुलिस को दी ऐसी दलील
नंदगंज। स्थानीय पुलिस व आबकारी विभाग की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। संयुक्त टीम ने क्षेत्र के कानाडीह गांव स्थित अगस्ता सलामतपुर सीमा पर छापेमारी करके वहां एक झोपड़ी में चलाई जा रही अवैध शराब बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ करते हुए वहां से भारी मात्रा में अवैध शराब सहित बनाने वाली सामग्री व फैक्टरी संचालक दिव्यांग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सूचना के आधार पर संयुक्त टीम ने छापेमारी की और एक झोपड़ी के अंदर चलाई जाने वाली शराब की अवैध फैक्टरी को बरामद किया। मुखबिर ने बताया था कि सीवान में एक झोपड़ी बनाकर वहां पर रात के समय अवैध रूप से कच्ची शराब बनाई जाती है और लोगों की नजर से बचाने के लिए दिन में उसे पुआल से ढंक दिया जाता है। इसके बाद टीम ने वहां पहुंचकर झोपड़ी को चारो तरफ से घेर लिया और फिर अंदर घुसे तो नजारा देख सन्न रह गए। बाहर से दिख रही छोटी सी झोपड़ी के अंदर अवैध शराब बनाने की पूरी फैक्टरी थी। उसमें एक व्यक्ति अंदर भट्ठी पर शराब बना रहा था और एक पाइप के सहारे दूसरे बर्तन में निकाल रहा था। साथ ही वहां पर बनाकर रखी गई 15-15 लीटर की दो प्लास्टिक के कंटेनर बरामद किए। इसके अलावा वहां से कुल 45 लीटर अवैध देशी कच्ची शराब, 600 किलो लहन, शराब बनाने के उपकरण, भट्ठी, 100-100 लीटर क्षमता के प्लास्टिक के 4 ड्रम, लोहे का पाइप लगा एक ड्रम, एल्यूमीनियम की एक बड़ी व एक छोटी पतीली, प्लास्टिक के 3 गैलन, शराब की पैकिंग करने के लिए खाली प्लास्टिक के पाउच, फिटकरी आदि बरामद हुआ। जिसके बाद पुलिस ने संचालक को दबोच लिया और उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम गोरख बिंद पुत्र चंद्रमा बिंद निवासी कानाडीह बताया। इसके बाद वो पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगा। कहा कि मैं विकलांग हूं, इसीलिए ये काम करके परिवार का भरण पोषण करता हूं। जिस पर पुलिसकर्मियों ने उसे फटकारा कि विकलांग होने से क्या कोई भी गलत काम करोगे? इसके बाद पुलिस ने उसे थाने लाकर जेल भेज दिया। उसके पास से मिली सामग्री को जब्त करके थाने लाया गया। टीम में एसओ कमलेश कुमार के साथ तीनों आबकारी निरीक्षक क्रमशः नीरज यादव, राहुल सरोज व चंद्रजीत सिंह सहित एसआई लालता प्रसाद यादव, राजेंद्र दुबे, हेकां लक्ष्मीकांत, कुलदीप सिंह यादव, रमेश सिंह, अनिल यादव, कां. प्रवेश कुमार, संजीव कुमार, सुरेंद्र कुमार, मनीष प्रताप चौहान, जमील अंसारी आदि रहे।