सैदपुर : महाराजा अहिबरन की जयंती व बरनवाल समाज का धूमधाम से मना 45वां स्थापना दिवस, राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में महिला विंग का भी हुआ गठन
सैदपुर। अखिल भारतीय बरनवाल समाज के तत्वावधान में नगर के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में बरन समाज के प्रवर्तक महाराजा अहिबरन की जयंती व बरनवाल समाज का 45वां स्थापना दिवस बेहद धूमधाम से शनिवार की देररात करीब 12 बजे तक मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रम में बरनवाल समाज के बच्चों ने दर्जनों सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करके आधीरात तक समां बांध दिया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि दिल्ली से आये बरनवाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशिभूषण बरनवाल ने महाराजा अहिबरन व मोहनलाल बरनवाल की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके बाद बरनवाल समाज के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बरनवालों के अग्रदूत रहे महाराजा अहिबरन क्षत्रिय थे। लेकिन वाणिज्य, साहित्य, कला आदि के क्षेत्रों में रुचि होने से उन्होंने इस क्षेत्र में सुधार के अनगिनत काम किये। कहा कि पूर्व में बरन व वर्तमान में बुलंदशहर उनका साम्राज्य था। 997 ईसा पूर्व तक उनकी पीढ़ियों ने शासन किया। इसके बाद बरनवाल पूरे देश के सभी हिस्सों में फैल गए। कहा कि महाराजा अहिबरन की याद में 25 से 31 दिसम्बर तक देश भर के सभी राज्यों में उनकी जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। कहा कि महाराजा अहिबरन ने देश को एकता के सूत्र में पिरोकर एक राह दिखाने का काम किया है। बरनवाल समाज से संगठित होने की अपील करते हुए कहा कि जब तक बरनवाल समाज की भागीदारी सत्ता के विभिन्न पदों पर नहीं होगी, तब तक बरनवाल समाज मजबूत नहीं हो सकता। हम सत्ता में होंगे तो समाज के उत्थान को लेकर अपनी बातों को मजबूती से रख सकते हैं। इधर कार्यक्रम में बच्चों ने नृत्य, संगीत, नाटक, प्रहसन आदि प्रस्तुत किये। जहां प्रतिभा बरनवाल ने बावन गज का, पाखी बरनवाल ने राता लम्बिया, स्पृहा बरनवाल ने ऐगीरी नंदिनी आदि गीतों पर नृत्य पेश कर हर किसी को झूमने पर विवश कर दिया, वहीं डॉक्टर-मरीज पर आधारित नाटक, शिक्षक-छात्र पर नाटक पेश कर सभी को जमकर हंसाया। वहीं देवांश ने पिता के महत्व पर अपनी बात रखकर हर किसी को सोचने पर विवश कर दिया। कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथि ने सभी प्रतिभागी बच्चों को स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र देकर हौसलाफजाई किया। इसके बाद बरनवाल समाज के महिला विंग का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से श्वेता बरनवाल को अध्यक्ष व अंशु बरनवाल को महामंत्री चुना गया। इसके साथ ही बरनवाल समाज का वार्षिक चुनाव कराया गया। जिसमें राजेश तिरुपति को अध्यक्ष, त्रिपुरारी बरनवाल को उपाध्यक्ष, आकाश बरनवाल को महामंत्री व मनीष बरनवाल को कोषाध्यक्ष चुना गया। चुने जाने के बाद सभी पदाधिकारियों को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर बरनवाल समाज के पतरहीं के अध्यक्ष अभिषेक बरनवाल व उनकी कार्यकारिणी, सादात के अध्यक्ष अंकित बरनवाल व उनकी कार्यकारिणी, मोहनलाल ट्रस्ट के सर्वराकार दिनेश बरनवाल, ट्रस्टी बैकुंठ बरनवाल, नागेश्वर बरनवाल, गोविंद बरनवाल सहित जयप्रकाश बरनवाल, रामजी बरनवाल, अविनाश बरनवाल, विकास बरनवाल, सौम्यप्रकाश बरनवाल, शशि बरनवाल, रमेश चंद्र बरनवाल, कौशल बरनवाल, मंटू बरनवाल, रजत बरनवाल, तेजस्वी बरनवाल, आशीष बरनवाल, सत्यम बरनवाल, अनुराग बरनवाल, दुर्गेश बरनवाल, नेहा बरनवाल, ओपी बरनवाल आदि रहे। अध्यक्षता नगर पंचायत अध्यक्ष सुशीला सोनकर व संचालन मोहित बरनवाल व सिद्धि बरनवाल ने संयुक्त रूप से किया। आभार अध्यक्ष आशीष बरनवाल रानू ने ज्ञापित किया।