रतौंधी, अंधेपन व कुपोषण से बचाव के लिए हुआ विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम का शुभारंभ, ब्लॉक प्रमुख ने किया शुभारंभ
गोरखपुर। रतौंधी, अंधेपन व कुपोषण से बचाव और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व उनकी वृद्धि के लिए जिले में बुधवार से विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके तहत एक माह तक नियमित टीकाकरण के सभी सत्र स्थलों पर 9 माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। इस अभियान का जिला स्तरीय शुभारंभ चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह और एडी हेल्थ डॉ एनपी गुप्ता ने बच्चे को खुराक पिलाकर किया। उनके साथ जेडी डॉ बीएम राव, डॉ नंदलाल कुशवाहा, डॉ धनंजय कुशवाहा व मनोज कुमार ने भी बच्चों को दवा पिलाया। सीएमओ डॉ आशुतोष दूबे ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों से इस अभियान का शुभारंभ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया गया। विटामिन ए की पहली खुराक आधा चम्मच (एक एमएल) नौ माह पर दी जाती है, जबकि दूसरी खुराक एक चम्मच (दो एमएल) एक वर्ष की आयु के बाद दी जाती है। बताया कि नौ माह से पांच वर्ष तक की उम्र तक कुल नौ बार बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाया जाना आवश्यक है। सभी पात्र बच्चों को यह दवा पिलाई जा सके, इसके लिए तीन जनवरी तक यह अभियान चलाया जाएगा। क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता की मदद से नजदीकी टीकाकरण सत्र स्थल पर अपने पाल्य को ले जाकर यह दवा एएनएम की मदद से पिलाया जा सकता है। इस दवा से निमोनिया और डायरिया से भी बचाव होता है। साथ में यह मीजिल्स होने की स्थिति में मृत्यु दर और जटिलता को कम करती है। सीएमओ ने बताया कि जिले के 594 उपकेंद्रों, 23 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, रेलवे एवं जिला महिला अस्पताल में नियमित टीकाकरण स्थल पर अभियान के दौरान दवा पिलाई जाएगी। जिले में नौ माह से पांच वर्ष तक के करीब 5.76 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है। इनमें नौ से 12 माह के करीब 65000 बच्चे, एक से दो वर्ष तक के करीब 1.23 लाख बच्चे और और दो से पांच वर्ष तक के 3.88 लाख बच्चे शामिल हैं। यह दवा सभी पात्र बच्चों को निर्धारित मात्रा में सरकारी खर्चे पर पिलाई जाती है। इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रफुल्ल कुमार राय, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय, डॉ अमरनाथ, डॉ वीके सिंह, डॉ पवन कुमार, डॉ स्वाति, बीपीएम गगन, लोकेंद्र, रुदल, यूनिसेफ से चिरंजीव आदि रहे।