मनुष्य में आ सकता है विकार, इसलिए आरएसएस ने भगवा ध्वज को बनाया गुरू, प्राप्त धन को वायनाड जैसी आपदाओं में करते हैं प्रयोग - फैलू सिंह
देवकली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देवकली शाखा के तत्वावधान में स्वयंसेवकों द्वारा गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान खंड संघ चालक गुरूचरण विश्वकर्मा ने कहा कि गुरु दक्षिणा कार्यक्रम संघ परिवार द्वारा गुरु पूर्णिमा के बाद मनाया जाता है। कहा कि हम सभी को अपने जीवन में एक गुरु की आवश्यकता होती है। कहा कि भगवा ध्वज को गुरू बनाने के पीछे ये कारण है कि मानव जीवन होने के कारण किसी भी व्यक्ति में विकार आ सकता है। लेकिन भगवा ध्वज में विकार नहीं आ सकता। ऐसे में आरएसएस ने भगवा ध्वज को ही अपना गुरू माना है। कहा कि भगवा ध्वज हमारे जीवन को नई राह दिखाता है, जिसमें सब कुछ समाहित है। जौनपुर विभाग के सदस्य फैलू सिंह ने कहा कि गुरू दक्षिणा में संकलित धन से गरीबों की सेवा के साथ ही आपदा के दौरान उस धन का उपयोग किया जाता है। कहा कि अभी इसी सप्ताह वायनाड में आई आपदा में स्वयंसेवकों ने पूरा रेस्क्यू अभियान चलाया। कहा कि शिकागो में हुए विश्व शिखर सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद जी भी भगवा रंग के परिधान में पहुंचकर शून्य को शिखर तक ले गए। कहा कि विदेशों के लोग भी इस भगवा ध्वज के कायल हो गए हैं। हमें भगवा ध्वज पर गर्व है। इस मौके पर खण्ड सम्पर्क प्रमुख तेरसू यादव, प्रभुनाथ पाण्डेय, नरेन्द्र मौर्य, पवन वर्मा, बबलू वर्मा, विशाल वर्मा, राजेश जायसवाल, रामप्रसाद शर्मा, अरविन्द शर्मा, केपी गुप्ता, रामनरेश मौर्य, दयाराम गुप्ता, त्रिलोकी नाथ गुप्ता, मणिसेन पाण्डेय, अजय मौर्य आदि रहे।