आंकुशपुर के कृषि विज्ञान केंद्र से एक्सपोजर विजिट के लिए रवाना हुए 60 किसान, जाकर सीखेंगे जैविक कृषि की नई तकनीकियां





करंडा। क्षेत्र के आंकुशपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र से उमेश दुबे ने 60 किसानों से भरे बस को एक्सपोजर विजिट के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये किसान जाकर कृषि से जुड़ी बारीकियों का प्रशिक्षण लेने के साथ ही भ्रमण करके जैविक खेती के नवीनतम तकनीकियों को जानेंगे। नमामि गंगे योजना के तहत जिले में संचालित होने वाले जैविक खेती कार्यक्रम में करंडा व देवकली ब्लॉक के चयनित 60 किसानों को एक्सपोजर विजिट पर भेजा गया। बस को रवाना करने के बाद कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार किसानों की समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं चला रही है। हमें उनका लाभ लेने की आवश्यकता है। जिला परियोजना समन्वयक डॉ वीरेंद्र राव ने बताया कि जिले के 6 ब्लॉकों में 2000 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर 3249 किसानों के सहयोग से जैविक खेती की जा रही है। बताया कि इस योजना में चयनित किसानों को समय-समय पर नामित सहयोगी संस्था द्वारा समूहों में प्रशिक्षित किया जाता है। कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र पर जाकर वहां के वैज्ञानिकों से कृषि संबंधित नवीनतम जानकारी का आदान-प्रदान किया जाएगा। बताया कि वर्तमान में खरीफ के फसलों की बुआई की जा रही है। केंद्र प्रभारी डॉ जेपी सिंह ने बताया कि गंगा नदी के जल को प्रदूषण मुक्त करने के साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ बनाने एवं सर्व समाज को रसायन मुक्त शुद्ध भोज्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए जैविक खेती ही एकमात्र विकल्प है। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ शशांक शेखर, डॉ शशांक सिंह व डॉ एके सिंह ने जैविक खेती के विभिन्न घटकों, जिसमें जैविक बीज प्रबंधन, नाशी जीव प्रबंधन, जैव उर्वरक, वर्मी कंपोस्ट, नाडेप, जैव उत्पादों के मूल्य वर्धन आदि के बाबत किसानों को प्रशिक्षित किया और प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया। इस मौके पर पवन यादव, हरेंद्र यादव, अमरनाथ यादव आदि रहे। आभार प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिंह ने ज्ञापित किया।



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