गाजीपुर : ऐसा खौफनाक मंजर, जिसे देखकर दहल गए लोग, हाईटेंशन तार से आग लगने से निजी बस में जिंदा जल मरे कई लोग, कईयों की हालत गंभीर
गाजीपुर। जिले के मरदह स्थित महाहर धाम के पास बहुत बड़ा हादसा हो गया। हाईटेंशन की तार से छू जाने के चलते बारातियों से भरी बस में आग लग गई। जिसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। घटना में 6 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, वहीं कईयों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ लोग मऊ चले गए। घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल संज्ञान लिया और शोक व्यक्त करते हुए अपने दूत के रूप में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को मौके पर भेजा। इसके पश्चात मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपए के मुआवजे की घोषणा की। मऊ जिले से एक बारात आ रही थी। बारातियों से भरी मिनी बस में कुल 38 लोग सवार थे। इस बीच बताया जा रहा है कि एक किलोमीटर की दूरी बचाने के लिए बस नए बने कच्चे रास्ते पर उतर गई। आगे जाने पर मरदह थाने से कुछ ही दूरी पर खेतों से गुजरी हुई नीचे लटकी हाईटेंशन तार से बस छू गई और उसमें करंट उतरने से अधिकांश यात्री बेहोश हो गए। वहीं करंट की जद में आने से बचे कई लोग कूदकर उतर गए। इस बीच बस में आग लगी तो संभवतः सीएनजी होने के चलते उसकी टंकी ने आग पकड़ ली और उसमें ब्लॉस्ट हो गया। जिसके बाद आग और तेज हो गई। घटना में बस में सवार कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। आग की लपट और धुंआ इतना तेज था कि दूसरों गांवों से भी साफ नजर आ रहा था। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। डीएम आर्यका अखौरी व एसपी ओमवीर सिंह सहित कई थानों की फोर्स पहुंच गई। आग कुछ कम हुई तो गांव के लोग भी बस में बगल में मौजूद गड़ही से पानी उलीचकर आग बुझाने लगे। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, जिसके बाद घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। वहीं मृतकों के शव को मर्चरी हाउस भेजा गया। योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को मौके पर भेजा। राजभर सीधे जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना। कहा कि सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। उनका इलाज गाजीपुर से लेकर पीजीआई तक वो कराएंगे। इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रूपए के मुआवजे की घोषणा की। जिला अस्पताल के बाद अनिल राजभर घटना स्थल पर भी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। बताया जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। मंत्री के साथ कृष्णबिहारी राय, ओमप्रकाश राय, राकेश यादव, शशिकान्त शर्मा, राजेश राजभर, पप्पू चौबे, संदीप सिंह आदि रहे।