आकांक्षात्मक ब्लॉक के लिए चुने गए सादात में सरकारी अस्पतालों की बदहाल है दशा, सीएचसी से लगायत पीएचसी तक हैं सुविधाहीन
सादात। स्वास्थ्य मानकों पर बेहतर बनाने के लिए आकांक्षात्मक ब्लाक चुने गए सादात में सरकारी अस्पताल बदहाल हैं। सीएचसी से लगायत क्षेत्र के 3 पीएचसी भीमापार, डढ़वल और मिर्जापुर में चिकित्सकों के पद जहां काफी समय से रिक्त चल रहे हैं, वहीं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की भी कमी है। विडंबना तो यह है कि रिक्त पदों पर चिकित्सकों की नियुक्ति का मामला संज्ञान में होने की बावजूद विभागीय उच्चाधिकारियों के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि आकांक्षात्मक जिला और ब्लाक चयनित करते हुए सरकार ने स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों के सभी पदों पर योग्य एवं कुशल चिकित्सकों की तैनाती करने और कहीं भी कोई पद रिक्त नहीं रहने के साथ ही पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद सादात सीएचसी पर चिकित्सकों का घोर अभाव है। यहां वर्तमान समय में अधीक्षक के पद पर डॉ. सुरेन्द्र कुमार और एकमात्र चिकित्सक डा. यशवंत गौतम की तैनाती है, जबकि नियमानुसार यहां चिकित्सकों के कुल 6 पद हैं। यहां तक कि सीएचसी पर लंबे समय से महिला चिकित्सक का पद भी रिक्त है। पूर्व में तैनात महिला चिकित्सक डा. निष्ठा यादव के स्थानांतरण के बाद से किसी भी महिला चिकित्सक के न आने की वजह से यहां आने वाली महिला मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। यहां पर दंत चिकित्सक का पद भी खाली होने के चलते यहां मौजूद मशीनें रखे हुए ही खराब हो रही हैं। मरीजों को सैदपुर अथवा अन्यत्र के अस्पतालों पर जाने के लिए विवश होना पड़ता है। इसे अस्पताल ही विडंबना ही कही जाएगी कि सीएचसी पर एक्सरे टेक्नीशियन की तैनाती तो है, लेकिन वर्षों से एक्सरे मशीन ही नहीं है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रामजी सिंह ने बताया कि मशीन के लिए अनेक बार पत्र लिखा जा चुका है, परंतु मशीन उपलब्ध नहीं हो सकी है।