निरंकारी सत्संग भवन पर धूमधाम से मना मानव एकता दिवस, निरंकारी बाबा के योगदानों को किया गया याद
बहरियाबाद। स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन पर सोमवार को निरंकारी मिशन के तीसरे सतगुरु रहे निरंकारी बाबा गुरूबचन सिंह महाराज के 43वें बलिदान दिवस पर मानव एकता दिवस का आयोजन किया गया। शाखा प्रमुख अमित सहाय ने कहा कि निरंकारी बाबा का सम्पूर्ण जीवन मानवता के लिए समर्पित रहा। वे एक मसीहा थे। जीवनपर्यन्त उन्होंने दया, करूणा व प्रेम का संदेश दिया। वो एक युग प्रवर्तक थे। कहा कि 24 अप्रैल 1980 में कट्टरपंथी विचारधारा के लोगों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। उन्होंने अपने अनुयायियों से नशा न करने, दहेजमुक्त शादियां करने व मानवता की रक्षा करने के लिए रक्तदान करने का संदेश दिया था। उनका कहना था कि खून नालियों में नहीं बल्कि इंसान की नाड़ियो में बहना चाहिए। इसके पूर्व सेवादल के जवानों ने प्रार्थना गीत कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस मौके पर जयराम सिंह, डा. केके सिंह, प्रेम सहाय, श्यामप्यारी सिंह, गंगादीन यादव, शिवकुमार, श्यामा, बबिता, अनीता, निर्मला, लौजारी, कालिका प्रसाद आदि रहे। संचालन संयुक्त रूप से घूरन प्रसाद व अर्पित कुमार ने किया। अंत में प्रसाद वितरण किया गया।