बेटी संग कट मरी मां, हाथ छुड़ाकर मासूम ने बचाई अपनी जान, मरने से पहले सभी को खिलाया स्वादिष्ट खाना





सैदपुर। नगर के रेलवे क्रासिंग के पास पटरी पर अपनी बेटी संग लेटकर एक महिला ने आत्महत्या कर ली। हालांकि आखिरी आखिरी वक्त में महिला का 6 साल का बेटा मां से हाथ छुड़ाने में सफल हो गया। जिसके चलते उसकी जान तो बच गयी लेकिन उसका एक पैर कट गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम को व घायल मासूम को अस्पताल भेजा। जहां से वाराणसी रेफर कर दिया गया। रेहड्डा निवासिनी नगीना देवी का पति सुरेश उर्फ बबलू बहराईच में काम करता था लेकिन कुछ माह से घर पर ही था। इस बीच नगीना ने घर के लोगों के लिए खाना आदि बनाया। इसके बाद बहाना किया कि वो 6 साल के बेटे दिव्यांश को शौच कराने जा रही है। वो बेटे व अपनी 8 साल की बेटी साक्षी को लेकर पटरी पर पहुंची और वहीं पटरी पर सिर रखकर लेट गयी और दोनों बच्चों को दोनों हाथों से पकड़ लिया। इस बीच ट्रेन आई और साक्षी व नगीना के सिर को अलग करते हुए निकल गयी। लेकिन भागने में दिव्यांश का एक पैर कट गया। पुलिस ने मासूम को अस्पताल भेजा व दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। नगीना ने ऐसा क्यों किया पता नहीं चल सका है। मृतका के ससुर नथुनी यादव ने बताया कि घटना के वक़्त उनका बेटा बबलू व बीमार पत्नी रामदुलारी के साथ वो घर पर ही थे। रामदुलारी थोड़ा मानसिक कमजोर भी हैं, वहीं नथुनी का भी एक पैर टूटने के कारण प्लास्टर लगा है और वो घर पर ही हैं। बताया कि मौत से पूर्व नगीना ने सभी के लिए खाना बनाया और खिलाया। इसके बाद मौत को गले लगा लिया। मृतका का मायका वाराणसी के नारायणपुर जुरहां में है, उसके 2 बेटे व एक बेटी थी। दूसरा बेटा सौरभ 8 साल का है और ननिहाल में रहता है, जिसके चलते उसकी जान बच गई। मृतका साक्षी व घायल दिव्यांश सैदपुर में बीआरसी स्थित प्राथमिक स्कूल में क्रमशः 4 व 1 में पढ़ते थे। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा। वहीं मौके पर आरपीएफ़ के हेड कांस्टेबल ओपी मिश्र व अमेरिका सिंह यादव पहुंचे। घटना के बाद शवों को समाजसेवी अभिषेक साहा ने जुटाकर उसे पुलिस बैग में इकट्ठा किया। जिसके बाद शव पोस्टमार्टम को जा सका। घटना देखकर हर कोई स्तब्ध था और नगीना के इस कदम की निंदा कर रहा था। बता दें कि कुछ माह पूर्व बिल्कुल यही घटना खानपुर के बिहारीगंज डगरा के पास हुई थी। उस घटना में भी मां समेत उसके पुत्र व पुत्री की मौत हो गयी थी लेकिन आखिरी वक्त में बड़ा बेटा अंगद हाथ छुड़ाकर सकुशल घर भाग आया था और सभी जानकारी दी थी।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< आयुष राज्यमंत्री के पिता की पुण्यतिथि पर हुआ महाचिकित्सा शिविर का आयोजन, पहली बार मानसिक बीमारों के लिए भी लगा शिविर
साप्ताहिक बंदी के दौरान नायब तहसीलदार व कोतवाल ने सैदपुर में चलाया अभियान, दुकानों में की तालाबंदी, युवक को ले गए साथ >>