निजी चिकित्सक की गलती के चलते मरी प्रसूता, गुस्साए परिजनों ने सरकारी एएनएम के घर पर कर दी तोड़फोड़





सादात। क्षेत्र के मिर्जापुर पीएचसी पर प्रसव की सुविधा न होने और गांव के एक प्राइवेट चिकित्सक की गलती का दंश भरतपुर सेंटर की सरकारी एएनएम को भुगतना पड़ा। ग्रामीणों संग परिजनों द्वारा किये गए बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बवाल शांत कराते हुए मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले के अनुसार 102 नम्बर एम्बुलेंस द्वारा मिर्जापुर के भूखला मौजा निवासिनी ज्योति पत्नी चंदन राजभर को भरतपुर सेंटर की एएनएम संगीता के पास दोपहर में लाया गया। उसके द्वारा सामान्य प्रसव कराने के बाद करीब तीन बजे परिजन प्रसूता और नवजात को घर लेकर चले गए। इसके बाद किसी परेशानी की वजह से परिजन मिर्जापुर के भैसही स्थित एक प्राइवेट चिकित्सक से उसका उपचार कराने लगे। उसके द्वारा दी गयी दवा खाने के बावजूद हालत में सुधार न होने पर परिजन प्रसूता को सैदपुर दिखाए और यहां से भी रेफर होकर वाराणसी ले जा रहे थे। तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। इससे नाराज परिजन गांव लौटने के बाद प्राइवेट चिकित्सक को दोषी न मानते हुए एएनएम के घर पर रात दस बजे के करीब पहुंचकर हो-हल्ला मचाते हुए तोड़फोड़ करने लगे। सूचना पाकर बहरियाबाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों के सहयोग से बवाल शांत कराया। पुलिस ने मृतका के पति की सूचना पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष संदीप कुमार ने बताया कि मृतका के परिजनों ने सुलह समझौता करते हुए आगे किसी कार्रवाई से इंकार किया है। उधर एएनएम ने बताया कि उसने सामान्य प्रसव कराने के बाद सब कुछ ठीक होने की वजह से प्रसूता को घर जाने के लिए छोड़ दिया था।



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