जमानियां के मनीष दुबे का बड़ा उलटफेर, अर्जुन अवार्ड प्राप्त देश के इस टॉप तीरंदाज को हराकर जीता स्वर्ण
जमानियां। बीते 14 से 18 दिसंबर तक देहरादून में आयोजित आल इंडिया आर्चरी चैंपियनशिप में जमानियां निवासी राष्ट्रीय खिलाड़ी मनीष दुबे ने दो स्वर्ण पदक तथा एक कांस्य पदक जीतकर उत्तर प्रदेश समेत अपने असम राइफल्स का नाम रोशन किया है। उन्होंने स्वर्ण पदक जीतने के लिए राजस्थान पुलिस के डीएसपी रजत चौहान को हराया। जमानियां स्थित द्रोणा तीरंदाजी संस्था के खिलाड़ी रहे मनीष दुबे ने अपने प्रदर्शन को बेहतरीन रखते हुए मेडल जीता। उनकी प्रतिभा को देखकर असम राइफल्स ने मौका दिया। मनीष अब तक कुल पांच पदक जीत चुके हैं। उत्तराखंड पुलिस द्वारा आयोजित ऑल इंडिया पुलिस कंपटीशन में सभी राज्यों की पुलिस समेत 7 पैरामिलिट्री फोर्स के कुल 700 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। जिसमें मनीष दुबे ने कंपाउंड इवेंट में हिस्सा लिया। उन्होंने डीएसपी रजत चौहान को हराया और पहला स्वर्ण जीता। इसके अलावा टीम इवेंट में भी प्रतिभाग करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद मिक्सड इवेंट में मनीष ने स्नेहल के साथ कांस्य पदक जीता। मनीष वर्तमान में मणिपुर के इंफाल में असम राइफल्स कैंप में तीरंदाजी खेल में अभ्यासरत हैं। इनके कोच सतीश दुबे खुद ही राष्ट्रीय चैंपियन और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं तथा वर्तमान में भारतीय खेल प्राधिकरण में कार्यरत हैं। कोच ने बतया कि मुकाबले बेहद रोमांचकारी रहे। बताया कि मनीष के हाथों हारने वाले राजस्थान पुलिस के डीएसपी रजत चौहान एशियन गेम्स के मेडलिस्ट रह चुके हैं साथ ही अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं। बताया कि 2014 में रजत ने तीरंदाजी के विश्वकप में क्वालीफाई करके भारत के न सिर्फ पहले तीरंदाज बने, बल्कि उसी वर्ष विश्व चैंपियनशिप में व्यक्तिगत रूप से रजत पदक हासिल कर भारत को पहली बार इस प्रतियोगिता में व्यक्तिगत मेडल दिलाया। कहा कि भारत के ऐसे शीर्ष तीरंदाज को मात देकर मनीष ने अपनी प्रतिभा और अपना लक्ष्य दोनों देश के सामने प्रदर्शित कर दिया है।