खौफनाक! सगा बेटा व सगा भाई ही निकला मां-बेटी का हत्यारा, शातिराना ढंग से दिया था प्लान को अंजाम
मुहम्मदाबाद। क्षेत्र के कठउत गांव में सोमवार को एक घर में हुई मां बेटी की हत्या का मामला पुलिस ने एक बार फिर से रिकार्ड समय में सुलझाते हुए हत्यारोपी को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि मृतकों के सगे पुत्र व सगे भाई ने ही की थी। इस घटना का खुलासा होने के बाद हर तरफ लोग हत्यारोपी को कोसने लगे। कठउत गांव निवासिनी कौशल्या देवी 70 पत्नी स्व. केदार राजभर व उनकी विवाहिता बेटी मालती देवी 40 पत्नी वीरेंद्र राजभर की रविवार की रात में गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। सुबह उनकी लाश घर में ही मिली थी। वहीं कौशल्या का सगा बेटा गौरीशंकर राजभर सुबह मौके पर पहुंचा था। इस मामले में मौके पर आईजी के. सत्यनारायणा भी पहुंचे और तत्काल खुलासे के लिए टीम गठित की थी। इस मामले में शुरू से ही गौरीशंकर पर पुलिस को शक था। जिसके लिए उन्होंने सोमवार को ही उसे हिरासत में ले लिया था। सख्ती से पूछताछ हुई और वो पुलिस के सामने टूट गया। जिसके बाद उसने जो कहानी सुनाई, वो सुनकर हर कोई दहल गया। खून के संबंध को इस तरह से हत्यारा बनते हुए देखकर लोगों ने गौरीशंकर को कोसना शुरू कर दिया। पुलिस को उसने बताया कि उसने व संयज राय ने गौरीशंकर के पट्टीदार मोहन राजभर की 15 बिस्वा जमीन को 23 लाख में मुसाफिर राम को बेच दिया था। मोहन ने वो जमीन अपने घरवालों को बिना बताए चोरी से बेची थी। इसके बाद संजय राय ने 3-3 लाख रूपए के दो चेक मोहन के नाम से व 4 लाख का चेक गौरीशंकर के नाम से काटकर दिया। इसके बाद उन्होंने रूपए निकाले लेकिन गौरीशंकर ने रूपए मोहन को नहीं दिए। कहा कि रूपए मैंने ही रखे हैं, बाद में दे दूंगा। अगर अभी दे दूंगा तो तुम्हारे घर वाले जान जाएंगे। बाद में जब मोहन के पुत्र को जमीन के बिक जाने की बात का पता चल गया। इसके बाद उसने विरोध शुरू किया। इसके बाद गांव में कई बार पंचायत हुई। जिसके बाद लिए गए रूपयों को संजय व गौरीशंकर ने आधा-आधा देने का वादा किया। इसके लिए गौरीशंकर ने अपना घर तक बेचने की बात कही। लेकिन रूपया न होने के चलते उसने नहीं दिया। इधर गौरीशंकर अपनी मां कौशल्या से घर बेचने के लिए कह रहा था। जिसके बाद कौशल्या की तबीयत खराब रहने लगी तो उसकी बेटी मालती अपनी मां की देखरेख करने के लिए अपने मासूम बच्चे के साथ घर आ गई और करीब एक साल से यहीं थी। कलयुगी पुत्र ने कुबूल किया कि वो अपनी मां से घर बेचने की जिद कर रहा था। वो नहीं मानी तो गुस्से में आकर उसने रस्सी से उसका गला दबा दिया। उसकी मौत हो गई तो वो लाश को कमरे में ला रहा था, तभी उसकी बहन मालती ने देख लिया। जिसके बाद उसकी भी हत्या कर दी। इसके बाद मासूम बच्चे का भी गला दबाकर रस्सी को घर में ही बिस्तर के नीचे छिपाकर भाग आया। संयोगवश मासूम बच्चे की मौत नहीं हुई थी बल्कि वो बेहोश हुआ था। इसके बाद उसने पहले से बनाए प्लान के अनुसार अपने मित्र राजू कुशवाहा के घर गया और वहां पार्टी में शामिल हो गया। पार्टी भी उसी के रूपए से हो रही थी। इसके बाद वहां से वो उसी घर सो भी गया था। ऐसा उसने इसलिए किया ताकि वो पुलिस को गुमराह कर सके कि घटना के वक्त वो घर पर नहीं बल्कि दूसरे के घर पर था। इसके बाद उसने कई तरह से पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। यहां तक कि उसने दो व्यक्तियों के नाम से पुलिस को तहरीर भी दे दी थी। बहरहाल, पुलिस ने 12 घंटों के अंदर मामले का खुलासा करते हुए हत्या में प्रयुक्त रस्सी बरामद किया और आरोपी को जेल भेज दिया है। इस कलयुगी घटना के खुलासे के बाद हर कोई दहल गया है। बता दें कि हत्यारे गौरीशंकर पर पहले से ही एक आरोप है, जिसमें उसे 7 साल की सजा भी न्यायालय से हो चुकी है।