श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठें दिन निकाली गई रूक्मणी व श्रीकृष्ण विवाह की झांकी, भक्तिरस में एसडीएम





नंदगंज। स्थानीय साईंनाथ वाटिका में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठें दिवस आशुतोष महाराज के शिष्य स्वामी अमरेश्वरानन्द ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला, कालिया मर्दन लीला का वाचन किया। उन्होंने गोवर्धन पूजा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को समझाया तथा लोगों को प्रकृति से प्रेम करने की बात कही। उन्होंने आए हुए श्रद्धालुओं को एक-एक पौधा लगाकर उसे वृक्ष बनाने का संकल्प दिलाया। कथा के दौरान अक्रूर संशय निवारण, मथुरा में धनुष यज्ञ, नगर दर्शन, कुलवनियापीठ उद्धार के साथ-साथ कंस वध की लीला का विस्तार से अवलोकन कराया। रुक्मणी-श्रीकृष्ण विवाह को बहुत ही रोचक व मार्मिक ढंग से प्रस्तुत करते हुए बताया कि यदि सच्चे मन से भक्त पुकार लगाते हैं तो भगवान स्वयं दौड़े चले आते हैं। मनुष्य आज भी जब प्रभु के चरणों में खुद का पूर्ण समर्पण करता है तो स्वयं भगवान संत भेष में वरण करते हैं। रुक्मणी व श्रीकृष्ण विवाह की अनुपम सजीव झांकी भी निकाली गयी। श्रीमद्भागवत कथा के छठें दिन मुख्य अतिथि एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता व अतिथि प्रधान विजय कुमार सिंह रहे।



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