सभी गांवों से 5-5 शिक्षित महिलाओं को दिया जा रहा जल जांच का प्रशिक्षण, गांवों में जाकर जांचेंगी हैंडपंपों के पेयजल की गुणवत्ता





खानपुर। सैदपुर नगर स्थित ब्लॉक मुख्यालय पर सभी ग्राम पंचायतों के महिला समूहों की 5-5 शिक्षित महिलाओं के लिए जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत जल जांचने का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें उन्हें पेयजल की गुणवत्ता जांचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत महिलायें अपने गांव में पीने के पानी के सभी स्त्रोतों से नमूना लेकर उनकी जांच करेंगी। महिलाओं को गांव के पेयजल नमूनों को फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से उनकी रासायनिक, जीवाणु और भौतिक जांच करने के बारे में बताकर दस प्रकार के रासायनिक जांच की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षक चंद्र भूषण गोस्वामी द्वारा इस प्रशिक्षण में जलसखियों को जल नमूनों की जांच करने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान जलसखियों के मोबाइल में जल जीवन मिशन एप डाउनलोड कराकर उनका रजिस्ट्रेशन कराया गया। बताया कि सभी जलसखियों को बैग, डायरी, पेन और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध करायी गई हैं। छह दिनों से चल रहे 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी जलसखियों को प्रशिक्षित कर उन्हें जल जांच किट दी जाएगी। प्रशिक्षक ने बताया कि पीने के गंदे पानी से बड़ी संख्या में बीमारियां हो रही हैं। भूगर्भ में केमिकल से दूषित पेयजल बीमारियों का कारण बन रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जल जीवन मिशन के तहत सभी गांव में चयनित महिलाओं को इसके लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। जल गुणवत्ता जांच के लिए उन्हें फील्ड टेस्ट किट भी दिया जा रहा है। एक जल सखी एक दिन में सिर्फ पांच हैंडपंप के पानी की जांच करेंगी। इस तरह प्रतिदिन गांव की पांच जलसखियां मिलकर 25 हैंडपंप के पानी की जांच करेंगी। जलसखियों के एक टेस्ट किट से पानी के 100 नमूनों की जांच की जा सकती है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लाक प्रभारी एजाज अहमद ने बताया कि कि जलसखियों को पानी के हर सैंपल की जांच के लिए पारिश्रमिक भी दिया जाएगा।



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