खुशखबरी! अब रूपये का ’बॉस’ रूपया ही होगा, नए सिस्टम से डॉलर की होगी बोलती बंद
बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर
खानपुर। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी अब रुपये में करने के लिए नया सिस्टम बनाया जा रहा है। डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में लगातार आ रही गिरावट और दुनिया की रुपये में बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए नया सिस्टम विकसित किया गया है। श्रीराम कालेज ऑफ कॉमर्स के प्रिंसिपल और दिग्गज अर्थशास्त्री डॉ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि भारत अपने वैश्विक आयात निर्यात का सेटलमेंट रुपये में कर सकेगा। खानपुर में एक आर्थिक संगोष्ठी में अर्थशास्त्री डॉ अनिल ने कहा कि आरबीआई का नया सिस्टम शुरू होने के बाद भारत पर अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का असर खत्म हो जाएगा। कहा कि जब-जब अमेरिका ने किसी देश पर प्रतिबंध लगाया है तो भारत को उसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। ग्लोबल मार्केट में डॉलर में ही व्यापार का लेनदेन किया जाता है और प्रतिबंधों के कारण अमेरिकी डॉलर में लेनदेन भी बंद हो जाता है। इन परेशानियों से निजात पाने के लिए ही आरबीआई ग्लोबल मार्केट में सीधे रुपये में ट्रेडिंग का सिस्टम तैयार कर रहा है। आरबीआई ने कहा है कि नया सिस्टम फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट के तहत बनाया जा रहा है। रुपये की कीमत संबंधित देश की मुद्रा के ग्लोबल फॉरेक्स मार्केट में चल रहे भाव के आधार की तय की जाएगी और सौदे का सेटलमेंट भारतीय मुद्रा में ही किया जाएगा। नया सिस्टम लागू करने के लिए भारत में अधिकृत बैंकों को वॉस्ट्रो खाते खोलने की इजाजत दी गई है। अब भारत का अधिकृत बैंक व्यापार से जुड़े देश के बैंक के साथ मिलकर रुपये का वॉस्ट्रो खाता खोल सकेगा। इससे भारतीय आयातकों और विदेशी सप्लायर्स का सेटलमेंट रुपये में हो सकेगा। इसी तरह भारतीय निर्यातकों को संबंधित देश के बैंकों की ओर से खोले गए विशेष वॉस्ट्रो खाते से भुगतान किया जाएगा।